Delhi Assembly Session 2025: नई भाजपा सरकार के तहत दिल्ली विधानसभा के पहले दिन सत्ता पक्ष (BJP) और विपक्षी आम आदमी पार्टी (AAP) के सदस्यों के बीच झड़प देखी गई, जिसके कारण सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. आप नेता आतिशी (Atishi), जो विधानसभा में विपक्ष की नेता हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ. बीआर अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटा दी गई हैं. आप सदस्यों ने नारेबाजी की और अपने पैरों पर खड़े हो गए, जबकि भाजपा सदस्यों ने उनके आरोपों का जवाब दिया.
स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने नारेबाजी पर आप को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा, विपक्ष गैरजिम्मेदाराना व्यवहार कर रहा है. आपको समय मिलेगा. सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, मैं विपक्षी सदस्यों से आग्रह करता हूं कि वे अपनी सीट ले लें और सदन को चलने दें. आप सदस्य सदन को बाधित करने के इरादे से आए हैं. आपको इसे राजनीतिक मंच नहीं बनाना चाहिए था. स्पीकर ने कहा कि विपक्ष नहीं चाहता कि सदन सुचारू रूप से चले. हंगामे के बीच ने विजेंद्र गुप्ता ने जय भीम, भारत माता की जय के नारे लगाए.
BJP पर दलित विरोधी और सिख विरोधी होने का आरोप
इसके अलावा आतिशी ने भाजपा पर दलित विरोधी और सिख विरोधी होने का भी आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया, भारतीय जनता पार्टी की दलित विरोधी मानसिकता सर्वविदित है. आज उनकी दलित विरोधी मानसिकता का सबूत पेश किया गया है. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के हर कार्यालय में बाबा साहेब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें लगाई थीं. जब से भाजपा सत्ता में आई है, भाजपा ने इन दोनों तस्वीरों को मुख्यमंत्री कार्यालय से हटा दिया है. इससे पता चलता है कि भाजपा दलित विरोधी, सिख विरोधी पार्टी है.
महिला सम्मान योजना के वादों की अलोचना
उन्होंने महिला सम्मान योजना से जुड़े 'अधूरे वादे' को लेकर भी सरकार की आलोचना की. बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विरोध पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया, कोई भी तस्वीर नहीं हटाई गई है. वे कहीं और से तस्वीरें लाए हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत अन्ना हजारे के (विरोध प्रदर्शन) से की थी. हमने सोचा कि अरविंद केजरीवाल ही झूठ बोलने वाले एकमात्र व्यक्ति हैं, लेकिन वह (दिल्ली विधानसभा नेता आतिशी) उनसे आगे हैं.
भाजपा सरकार कल विधानसभा में आप शासन से संबंधित नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश कर सकती है. आप ने आरोप लगाया है कि भाजपा केवल "भ्रम फैलाने" की कोशिश कर रही है.