Delhi News: दिल्ली विधानसभा में आज एक विवादित घटना घटी, जब विपक्षी पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक और दिल्ली विधानसभा की नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने पुलिसकर्मियों के साथ तीखी बहस की. यह बहस उस समय शुरू हुई जब आतिशी और अन्य AAP विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया. पुलिसकर्मियों ने उन्हें बताया कि विधानसभा के स्पीकर ने आदेश दिया है कि AAP विधायकों को विधानसभा में प्रवेश न करने दिया जाए.
आतिशी ने पुलिस से किए सवाल
इस पर आहत आतिशी ने पुलिसकर्मियों से उस आदेश की कॉपी की मांग की और पूछा, "आप मुझे कागज दिखाइए. आप बोल रहे हैं, लेकिन आदेश कहां है? दिल्ली विधानसभा में मुझे कैसे नहीं घुसने देंगे? आतिशी का यह सवाल पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुआ, क्योंकि उन्होंने बिना किसी दस्तावेज के आदेश का हवाला दिया.
इतने विधायक निलंबित
यह घटना AAP के विधायकों के लिए एक नई मुश्किल लेकर आई है, क्योंकि आम आदमी पार्टी के 22 विधायकों में से 21 को दिल्ली विधानसभा के स्पीकर द्वारा निलंबित कर दिया गया है. यह निलंबन तब हुआ जब विधायकों ने दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) के भाषण के दौरान हंगामा किया और नारेबाजी की थी. इन 21 विधायकों में आतिशी सहित कई प्रमुख नेता शामिल है. एकमात्र विधायक अमानतुल्लाह खान थे, जो उस समय सदन में नहीं थे और निलंबन से बच गए. अब, सवाल यह उठ रहा है कि क्या विधानसभा परिसर में विधायकों के प्रवेश को रोकना संविधान और लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है.
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सतीश उपाध्याय ने उठाया जरूरी मुद्दा
वहीं दिल्ली विधानसभा में आज की कार्रवाई की शुरुआत सतीश उपाध्याय ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाकर की. उन्होंने अपने इलाके में स्थित भगत सिंह की टूटी हुई मूर्ति को लेकर सवाल उठाया. सतीश उपाध्याय ने इस मुद्दे को विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाया और इस पर ध्यान आकर्षित किया. इसके बाद, विधानसभा में कैग रिपोर्ट पर चर्चा की गई, जिसमें अलग-अलग विधायकों को अपनी बात रखने का समय दिया गया.