Naresh Tikait News: दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने किसान नेता नरेश टिकैत और उनके भाई राकेश टिकैत पर तीखा हमला किया है. उन्होंने नरेश टिकैत को पाकिस्तान जाने की सलाह दी है. यह विवाद तब शुरू हुआ जब नरेश टिकैत ने जल सिंधु समझौते पर भारत सरकार के हालिया निर्णय को गलत बताया. प्रवेश वर्मा ने इस बयान को देशद्रोह मानते हुए टिकैत भाइयों को पाकिस्तान का समर्थक करार दिया. उन्होंने कहा कि नरेश टिकैत का पाकिस्तान के समर्थन में बयान देना देश के करोड़ों किसानों का अपमान है और यह शर्मनाक और राष्ट्रविरोधी है.
पहलगाम हमले पर नरेश टिकैत का विवादित बयान
पाकिस्तान का पानी रोकना गलत- नरेश टिकैत#NareshTikait #BreakingNews #NEWS @iMANOJSHRI pic.twitter.com/igcmWuGtYQ— Zee Delhi-NCR Haryana (@ZeeDNHNews) April 28, 2025
नरेश टिकैत का विवादित बयान
पहलगाम आतंकी हमले में 28 नागरिकों की मौत के बाद सरकार सिंधु नदी का पानी पाकिस्तान के लिए बंद कर दिया. इस पर नरेश टिकैत ने कहा कि सिंधु नदी के पानी पर रोक लगाने को कहा कि जल सिंधु समझौते को लागू रहना चाहिए और पानी के बिना किसान की स्थिति खराब हो जाएगी. इस हमले में पूरा पाकिस्तान जिम्मदार नहीं है. इस पर प्रवेश वर्मा ने कहा कि कोई सच्चा किसान ऐसा बयान नहीं दे सकता. उन्होंने यह भी कहा कि पूरा देश उन परिवारों के साथ खड़ा है, जिन्होंने आतंकवादी हमलों में अपने प्रियजनों को खोया है.
टिकैत भइयों को भारत छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए
प्रवेश वर्मा ने कहा कि भारत के किसानों ने हमेशा तिरंगे की शान के लिए खेतों में पसीना बहाया है और देश की रक्षा के लिए अपने बेटे बलिदान किए हैं. जो लोग आज पाकिस्तान के किसानों की चिंता कर रहे हैं, वे न भारत के सच्चे नागरिक हैं और न ही किसानों के सच्चे हितैषी. उन्होंने नरेश टिकैत और राकेश टिकैत पर हमला करते हुए कहा कि देशभक्ति और किसानों के नेता का दिखावा कर सत्ता और लाभ की राजनीति करने वालों का असली चेहरा अब पूरे देश के सामने बेनकाब हो चुका है. किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले टिकैत भाइयों जैसे नेता अगर पाकिस्तान से इतनी हमदर्दी रखते हैं तो बेहतर होगा कि वे भारत छोड़कर पाकिस्तान चले जाएं.
आतंकवाद को पालने वाले पाकिस्तान के लिए नहीं है पानी
मंत्री ने कहा कि भारत का किसान राष्ट्रवादी है, स्वाभिमानी है और ऐसे गद्दार बयानों को कभी स्वीकार नहीं करेगा. देश के खिलाफ बोलने वालों के लिए भारत की मिट्टी में कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपने संसाधनों और अपने अधिकारों की रक्षा करेगा, चाहे वह पानी हो या सीमाएं. भारत के हक का पानी भारत के किसानों के लिए है, न कि आतंकवाद को पालने वाले पाकिस्तान के लिए. टिकैत भाइयों जैसे लोगों को भारतीय किसानों के बीच कोई जगह नहीं मिलेगी. जो थोड़े बहुत किसान अब भी उनके साथ खड़े हैं, उन्हें भी इस देशविरोधी मानसिकता का साथ छोड़ देना चाहिए. देश विरोधी सोच वालों को जनता बहुत जल्द करारा जवाब देगी.