Delhi News: आम आदमी पार्टी (AAP) ने शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके पति मनीष गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए थे. नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने दावा किया है कि दिल्ली की सत्ता की असली कमान सीएम रेखा गुप्ता नहीं, बल्कि उनके पति मनीष गुप्ता के हाथ में है. आतिशी ने अपने X पर पोस्ट एक फोटो शेयर की कहा कि इस तस्वीर में मनीष गुप्ता कई महत्वपूर्ण सरकारी विभागों के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं. आतिशी ने कहा कि MCD, DJB, PWD और DUSIB के अफसरों की मीटिंग ले रहे हैं, यह दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी के पति मनीष गुप्ता हैं. मुख्यमंत्री के पति के पास इन विभागों की बैठकों की अध्यक्षता करने का अधिकार क्या है? AAP के इस आरोप पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आतिशी को ऑपन लेटर लिखा.
सुश्री @AtishiAAP आपकी यह X Post देख कर आश्चर्यचकित हूं की एक महिला होते हुए आपने - अपने खुद के परिश्रम से जन सेवा के संकल्प के साथ डूसू छात्रसंघ सचिव से लेकर दिल्ली के मुख्य मंत्री पद तक की यात्रा पूर्ण करने वाली श्रीमती @gupta_rekha जी के प्रति अपमान जनक कटाक्ष किया है।
रेखा… https://t.co/hHd5Gd1WM8 pic.twitter.com/BhvX0YrKch
— Virendraa Sachdeva (@Virend_Sachdeva) April 12, 2025
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आतिशीजी आपकी यह X पोस्ट देखकर हैरान हूं की एक महिला होते हुए आपने अपने खुद के परिश्रम से जनसेवा के संकल्प के साथ डूसू छात्रसंघ सचिव से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री पद तक की यात्रा पूर्ण करने वाली रेखा गुपता के प्रति अपमान जनक कटाक्ष किया है.
सचदेवा ने कहा कि सीएम रेखा के पति द्वारा उनका सहयोग करना पूरी तरह सामान्य है. राजनीति में दैनिक जन समस्याओं का निदान अति आवश्यक है और उसमे जनप्रतिनिधि के परिजनों का पार्टी पदधिकारियों का सहयोग करना सामान्य बात है. साथ ही उन्होंने ऑपन लेटर में आतिशी से कुछ सवाल भी किए.
चलिए अगर आपको यह लगता है कि किसी जनप्रतिनिधि के पति या पत्नी का सहयोग करना लोकतंत्र का अपमान है तो मेरे कुछ सवालों के जवाब दीजिए :
1. आप एक पूर्णकालिक महिला मुख्यमंत्री बनी थीं. तब आपके नेता अरविंद केजरीवाल रोज आपको कार्यवाहक मुख्यमंत्री कहते थे, क्या यह लोकतंत्र का अपमान नहीं था?
2. आपने स्वंय अपने मुख्यमंत्री कार्यालय में अपनी कुर्सी के बगल में एक सांकेतिक कुर्सी लगाई थी, क्या यह लोकतंत्र का अपमान नहीं था?
3. आपके नेता अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने शीशमहल के मुख्यमंत्री कक्ष की लाल कुर्सी पर बैठकर दिल्लीवालों को संबोधित किया था, क्या यह लोकतंत्र का अपमान नहीं था?
4. आतिशी, आप जब मुख्यमंत्री थीं. उस वक्त सचिवालय में आपके निवास कार्यालय में एक भूपेंद्र चौबे काफी सक्रिय दिखाई देते थे- उनसे आपकी सरकार से क्या सम्बंध था, क्या यह अनुचित हस्तक्षेप लोकतंत्र का अपमान नहीं था?
5. मेरी इस पोस्ट का चित्र 3 फाइल नोटिंग देखें- अधिकारी श्रीमती सुनीता केजरीवाल के लिए लिखते थे, Hon’ble CM Madam- क्या यह लोकतंत्र का अपमान नहीं था?
6. आपकी पार्टी ने डिग्री घोटाले में जेल याफता जितेंद्र तोमर की गृहस्थ पत्नी को रातोंरात MLA बना दिया था, क्या यह लोकतंत्र का अपमान नही था?
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बीजेपी नेता ने कहा कि आतिशी मार्लेना जी, रेखा गुप्ता एक जन नेता हैं. अरविंद केजरीवाल की भाषा में कहूं तो आपकी तरह कार्यवाहक अंगूठा मुख्यमंत्री नहीं हैं. अगर थोड़ी भी राजनीतिक मर्यादा है तो सोशल मीडिया पोस्ट डिलीट कर रेखा गुप्ता से माफी मांगें.