Delhi Budget 2025: भाजपा के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी में 26 वर्षों में अपना पहला बजट 2025-26 पेश करने के लिए तैयार है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, जो वित्त मंत्री का पोर्टफोलियो भी संभालती हैं, आज बजट 2025-26 पेश करेंगी. बजट पेश करने से पहले, मुख्यमंत्री कॉनॉट प्लेस में हनुमान मंदिर जाएंगी, जिसके बाद वह कैबिनेट बैठक के लिए दिल्ली सचिवालय जाएंगी.
कैबिनेट की बैठकें, जो आमतौर पर पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के शासनकाल में विधानसभा में होती थीं, अब दिल्ली सचिवालय में होंगी. बैठक के बाद सीएम रेखा गुप्ता विधानसभा जाएंगी और बजट पेश करेंगी. यह बजट सत्र महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हाल ही में 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद है , जिसमें भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी की. इसमें परिचालन संबंधी अक्षमताओं और वित्तीय घाटे पर प्रकाश डाला गया, जिसके कारण पिछली आम आदमी पार्टी ( आप ) सरकार की आलोचना हुई.
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कैग रिपोर्ट के पेश होने के बाद भाजपा विधायक हरीश खुराना ने पिछली आप सरकार की आलोचना की और उस पर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के कुप्रबंधन का आरोप लगाया, जिसके परिणामस्वरूप वित्तीय घाटा हुआ और डीटीसी के बस बेड़े में गिरावट आई. दिल्ली विधानसभा सत्र में खुराना ने बताया कि आप ने 2013-15 में 11,000 नई बसें देने का वादा किया था, लेकिन 2015 में डीटीसी बसों की संख्या 4,344 से घटकर 3,937 हो गई. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के कार्यकाल में डीटीसी मुनाफे में थी, लेकिन आप के शासनकाल में निगम का कुल घाटा बढ़कर 8,498.33 करोड़ रुपये हो गया राजस्व में गिरावट पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आप के सत्ता में आने के बाद डीटीसी की परिचालन आय 914 करोड़ रुपये से घटकर 558 करोड़ रुपये रह गई.
उन्होंने वित्तीय अनियमितताओं का भी आरोप लगाया और सवाल किया कि आप सरकार ने 225 करोड़ रुपये किराया वसूले बिना डीटीसी की 3.18 लाख वर्ग मीटर जमीन निजी क्लस्टर बसों को क्यों आवंटित कर दी. इसके अलावा उन्होंने दिल्ली परिवहन विभाग के लिए 2022 में 223 करोड़ रुपये होने के बावजूद नई बसें खरीदने में विफल रहने के लिए प्रशासन की आलोचना की. खुराना ने दिल्ली को इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप को श्रेय दिया और कहा कि 1,770 सीएनजी बसें अपनी परिचालन आयु पार कर चुकी हैं, लेकिन आप सरकार ने उन्हें बदला नहीं है. दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र सोमवार को बुलाया गया , जिसके पहले सीएम गुप्ता ने औपचारिक 'खीर' तैयार की. बजट सत्र विधायी कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण अवधि है, जिसके दौरान प्रमुख वित्तीय और नीतिगत मामलों पर चर्चा और निर्णय लिए जाएंगे. सत्र संभवतः 24 मार्च से 28 मार्च, 2025 तक चलेगा, तथा आवश्यकता पड़ने पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है.