Delhi Latest News: दिल्ली के सबसे पुराने और मशहूर बाजारों में से एक सदर बाजार इन दिनों एक बयान से हलचल में है. वजह बनीं दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, जिन्होंने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि चांदनी चौक और सदर बाजार जैसे पुराने भीड़भाड़ वाले बाजारों को कहीं और शिफ्ट करना चाहिए. ताकि व्यापार को और बढ़ावा मिल सके. यह बात जैसे ही सदर बाजार के व्यापारियों तक पहुंची तो वहां दहशत का माहौल बन गया. सुबह-सुबह दुकानों के शटर नहीं खुले, कारोबारी एक-दूसरे को फोन करके पूछते रहे- अब क्या होगा. फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन (फेस्टा) के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा, अध्यक्ष राकेश यादव, महासचिव राजेंद्र शर्मा, सतपाल सिंह मांगा और कमल कुमार ने इस मुद्दे पर तुरंत बैठक की. सभी ने एक सुर में कहा कि यह बयान व्यापारियों के मन में डर और चिंता पैदा कर रहा है.
फेस्टा के अध्यक्ष राकेश यादव ने भावुक होते हुए कहा कि सदर बाजार सिर्फ एक मार्केट नहीं, हमारी जिंदगी है. हम यहीं पले-बढ़े हैं और यहीं हमारा रोजगार है. इसे कहीं और शिफ्ट करना हमारे लिए सब कुछ खो देने जैसा होगा. हम मुख्यमंत्री से अपील करते हैं कि वो स्पष्ट करें कि उनका असली इरादा क्या है. फेस्टा का कहना है कि बाजार को शिफ्ट करने की नहीं, उसे सुधारने की जरूरत है. सड़कें तंग हैं, पार्किंग की दिक्कत है और सफाई का अभाव है. इन समस्याओं का हल निकालना चाहिए, ताकि ग्राहक और दुकानदार दोनों को सुविधा मिले.
फेस्टा ने यह भी ऐलान किया है कि वे जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन सौंपेंगे. वे मांग करेंगे कि सदर बाजार का पुनर्विकास (री-डेवलपमेंट) किया जाए और बुनियादी ढांचे को मज़बूत बनाया जाए, जिससे कारोबार और शहर दोनों को फायदा हो. सदर बाजार केवल एक व्यापारिक केंद्र नहीं, बल्कि दिल्ली की पहचान और धड़कन है. इस जगह से व्यापारियों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं. ऐसे में सरकार से उम्मीद की जा रही है कि वो संवेदनशीलता दिखाते हुए सही फैसले लेगी और कारोबारियों की बात सुनेगी.
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