Delhi News: दिल्ली सरकार ने यमुना के डूब क्षेत्र में अतिक्रमण, मलबा और कचरा फेंके जाने सहित अन्य अवैध कार्यों पर रोक लगाने के लिए प्रादेशिक सेना के सहयोग से यमुना टास्क फोर्स के गठन पर विचार करने की घोषणा की है. लोक निर्माण और जल संसाधन मंत्री प्रवेश वर्मा ने इस संबंध में जानकारी दी.
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यमुना के डूब क्षेत्र की सुरक्षा करेगी टास्क फोर्स
प्रवेश वर्मा ने बताया कि उन्होंने प्रादेशिक सेना के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की है. यमुना टास्क फोर्स का मुख्य उद्देश्य यमुना के डूब क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. यह टास्क फोर्स अवैध अतिक्रमण को रोकने और मलबे तथा कचरे को फेंके जाने पर रोक लगाने का कार्य करेगी. जल संसाधन मंत्री ने यह भी कहा कि यमुना टास्क फोर्स पर्यावरण नियमों के सख्त पालन के प्रति समर्पित होगी. यह कदम यमुना नदी के पुनरुद्धार और इसके डूब क्षेत्र की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा की डबल इंजन सरकार इस दिशा में प्रतिबद्ध है.
कचरा फेंके जाने के कारण यमुना नदी का प्रवाह बाधित
वर्षों से जारी अवैध अतिक्रमण और कचरा फेंके जाने के कारण यमुना नदी का प्रवाह बाधित हो गया है. दिल्ली के मंत्री प्रवेश वर्मा ने यह भी बताया कि दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता भी प्रादेशिक सेना के साथ औपचारिक संवाद करेंगी. दिल्ली सरकार यमुना टास्क फोर्स की तैनाती के लिए आवश्यक धन मुहैया कराएगी. यह टास्क फोर्स नियमित गश्त करेगी, अनधिकृत निर्माण को रोकने का कार्य करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि नदी के किनारों पर कचरा और निर्माण कार्य का मलबा न फेंका जाए.
भाजपा ने संकल्प पत्र में किया था यमुना साफ करने का वादा
प्रवेश वर्मा ने बताया कि भाजपा सरकारों के तालमेल से यमुना टास्क फोर्स नदी के पारिस्थितिक तंत्र को बहाल करने और प्रदूषण को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा. भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में यमुना को साफ करने का वादा किया था. भाजपा का कहना है कि नदी को पुनर्जीवित करने के लिए यमुना कोष की स्थापना की जाएगी, ताकि इसमें गिरने वाले नालों के गंदे पानी का पूरी तरह ट्रीट किया जा सके. यह कदम यमुना नदी के स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक होगा.