यह घटना 19 अप्रैल की सुबह उत्तर-पूर्वी दिल्ली की एक अनाधिकृत कॉलोनी दयालपुर की गली नंबर 1, डी-26 में हुई. करीब 20 साल पुरानी यह इमारत उस समय ढह गई, जब वहां रहने वाले लोग सो रहे थे.
बचाव अभियान में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, दिल्ली अग्निशमन सेवा, स्थानीय पुलिस और निवासियों ने भाग लिया और 15 घंटे से अधिक समय तक चले इस अभियान में 22 लोगों को बचाया गया, जिनमें से 11 बच गए.
राज निवास ने सोमवार को जारी अपने बयान में कहा, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच को मंजूरी दे दी है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट जांच करेंगे और 15 दिनों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगे. यह इमारत ढहने की परिस्थितियों की जांच करेगा, चूक या चूक की पहचान करेगा और इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराएगा.
प्रारंभिक आकलन में अनधिकृत निर्माण को भी इसमें योगदान देने वाला कारक बताया गया है.