Delhi Bulldozer Action: उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी मुकुंदपुर में स्थित नाले CD9 नाले के किनारे बनी करीब 102 साल पुरानी दरगाह पर डिमोलिशन का नोटिस लगाया गया. अतिक्रमण बताते हुए बाबा भूरे शाह रहमतुल्लाह अल्हे की दरगाह को हटाने के लिए 15 दिन का दिया समय गया है. हाईकोर्ट की दिशा निर्देश पर फ्लड विभाग द्वारा दरगाह पर नोटिस चस्पा किया गया. नोटिस लगने के बाद स्थानीय जनता और दरगाह के खादिमों की चिताएं बढ़ गई है. खादिमों का कहना प्रशासनिक अधिकारी दरगाह डिमोलिशन से पहले एक बार फिर दरगाह का निरक्षण करें और दरगाह पर न बुलडोजर चलाया जाए.
मुकुंदपुर फ्लड विभाग के नाले के किनारे बनी इस दरगाह को अब फ्लड विभाग द्वारा एक नोटिस के जरिए अतिक्रमण बताया गया है और इस दरगाह के अतिक्रमण को हटाने के लिए नोटिस भी चस्पा कर दिया गए है. जिसके बाद दरगाह पर रहने वाले खादिमों की चिंताएं बढ़ती हुई नजर आ रही है.
दरअसल, आपको बता दें बीते वर्ष 2024 जुलाई के महीने में नाले के अंदर पानी ओवरफ्लो होने की वजह से इस बड़े बाईपास के नाले का पानी गली मोहल्ले में बैक जाने लगा. जिसकी वजह से जल जमाव की समस्या से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. जिसे देखते हुए हाईकोर्ट ने यमुना नदी से जुड़ने वाले तमाम बड़े नालों में हो रहे अतिक्रमण को हटाने के दिशा निर्देश जारी किए.
मुकुंदपुर में स्थित बाबा भूरे शाह रहमतुल्लाह अल्हे की दरगाह पर नोटिस लगने के बाद दरगाह के खादिम मोहम्मद सूफी हारून अब्बासी का कहना है कि यह दरगाह मुकुंदपुर गांव के लोगों की आस्था का केंद्र है. करीब 102 वर्ष पुरानी यह दरगाह है. वहीं दरगाह के खादिम सूफी हारुन का कहना है कि यह दरगाह मुकुंदपुर गांव की लोगों के खेत में बनी थी. जब यह नाला नहीं बल्कि एक नहर हुआ करती थी. मगर समय के साथ यह बरसाती नहर एक बड़े नाले में तब्दील हो गई और फ्लड विभाग की तरफ से अब इस नाले का रखरखाव किया जा रहा है. वहीं करीब 120 गज जमीन पर दरगाह का अस्थाना बना हुआ है. खादिमों का कहना है कि यदि इस दरगाह में फ्लड विभाग के अधिकारी दोबारा निरीक्षण करें और जो दरगाह के आसपास में अतिक्रमण है उसे हटाने के लिए भी वह तैयार हैं, लेकिन दरगाह शरीफ के अस्थानी को हटाने के लिए तैयार नहीं.
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आपको बता दें मुकुंदपुर के नाले में बनी यह दरगाह दिल्ली में बीते 2 वर्ष पहले यमुना नदी में पलट आने की वजह से दिल्ली में जगह-जगह बाढ़ का पानी गली मोहल्ले में बह रहा तब इस नाले का पानी ओवरफ्लो होने की वजह से यह दरगाह भी डूब गई. उस समय यह दरगाह सुर्खियों में रही, जिसे फ्लड विभाग के अधिकारी अब एक बड़ा अतिक्रमण बता रहे हैं. साथ ही फ्लड विभाग के अधिकारियों का नोटिस के मुताबिक कहना है कि जब नाला ओवरफ्लो होता है तो दरगाह की वजह से पानी का फ्लो नहीं बन पाता और पानी वापस बैक होकर छोटे-छोटे नालों के माध्यम से गली मोहल्ले में गांव कॉलोनी में भर जाता है. जिससे जल जमाव की समस्या से लोगों को परेशान होना पड़ता है जिसे देखते हुए इस दरगाह को अतिक्रमण बताते हुए हटाने के नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं.
फिलहाल आपको बता दें इस दरगाह को हटाने के लिए नोटिस तो लगा दिए गए, लेकिन दरगाह में रहने वाले खादिम वह गांव के लोगों की मांग है कि प्रशासनिक अधिकारी इस दरगाह का पुनः निरक्षण करें और इस दरगाह पर बुलडोजर न चलाएं और एक बार फिर से इस दरगाह की जांच करें और सही निर्णय लेते हुए दरगाह को सुरक्षित किया जाए. फिलहाल देखने वाली बात होगी आखिरकार प्रशासनिक अधिकारी किस तरीके से इस दरगाह के चारों तरफ पहले अतिक्रमण को हटाते हैं या फिर दरगाह में बने अस्थाने को भी हटाकर इस नाले से बाबा रहमुत्तालहे की दरगाह का नामोनिशान खत्म कर देंगे.
Input: नसीम अहमद