Delhi News: दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतकर बीजेपी ने 27 साल बाद अपनी वापसी की. बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को 48 सीटें जीतकर हार का चेहरा दिखाया. वहीं मुस्तफाबाद से बीजेपी उम्मीदवार रहे मोहन सिंह बिष्ट ने आप के आदिल अहमद खान को 17578 वोटों के अंतर से हराया. मोहन सिंह बिष्ट ने 85215 वोट हासिल कर जीत दर्ज की और आदिल अहमद खान को 67,637 वोट मिले.
मुस्तफाबाद का बदलेगा नाम
जीत के बाद मोहन सिंह बिष्ट का चौंकाने वाला बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि मैं जीत गया हूं. अब मुस्तफाबाद का नाम शिव पूरी या शिव विहार होगा. जब यहां हिन्दू आबादी रहती है तो इसका नाम मुस्तफाबाद क्यों? उन्होंने कहा कि आखिर में मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि सियासी पार्टियां के लोग मुस्तफाबाद पर इतनी मेहरबान क्यों हैं? जहां हिंदुओं की आबादी है और उनकी संख्या के लोग यहां रह रहे हैं, तो उसका नाम मुस्तफाबाद नहीं बल्कि शिवपुरी या शिव विहार होना चाहिए. जब लोगों को मुस्तफाबाद के नाम की चिंता है तो निश्चित तौर पर यह काम होना चाहिए, इसलिए मैं जल्द ही यह करूंगा.
नाम बदलने से पयालन पर लगेगी रोक
मोहन बिष्ट ने मुस्तफाबाद का नाम बदलने की बात क्यों कहीं. इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस नाम से लोग डरते हैं, दूर भागते है, लेकिन अगर नाम बदल दिया जाए तो पलायन रुकेगा. मुस्तफाबाद का नाम बदलने से बहन बेटियां सुरक्षित रहेंगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा में इसपर चर्चा करूंगा, पार्टी के सामने अपना पक्ष रखूंगा और उम्मीद है कि पार्टी मेरा समर्थन करेगी. क्योंकि नाम बदलने से हिन्दूओं के पलायन पर रोक लगेगी.
'सरकार बन गई, अब दुश्मनी नहीं निकालेंगे'
इसके अलावा उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार बन गई है. अब हम दुश्मनी नहीं निकालेंगे, लेकिन जो आम आदमी पार्टी के दोषी नेता है उन्हें सजा मिलेगी. मेरा कोई माई-बाप नहीं है, मेरी माई-बाप मेरी पार्टी है.
बता दें कि मोहन सिंह बिष्ट साल 1998 में करावल नगर से पहली बार विधायक बने और 2015 तक पद संभाला. इसके बाद साल 2015 में AAP की टिकट पर कपिल मिश्रा करावल नगर से चुनाव लड़कर बिष्ट को हराया था. साल 2020 में बिष्ट बीजेपी के टिकट पर करावल नगर सीट से चुनाव लड़ रहे थे. उन्होंने 2020 में यहां आप के दुर्गेश पाठक को हराकर जीत हासिल की थी.