Delhi News: महाराष्ट्र में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र हटाने के विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. इस मामले में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने महाराष्ट्र में आंदोलन का ऐलान किया है. इस बीच दिल्ली में भी VHP ने राजधानी का नाम बदलने की मांग की है. विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि दिल्ली समेत पूरे भारत की पवित्र भूमि पर इस्लामिक आक्रांताओं के कब्र, स्मारक को हटाने और और ऐसे आक्रांताओं के नाम पर बने मार्गों और इमारतों के नाम को तुरंत बदलने का आदेश जारी होना चाहिए.
VHP दिल्ली प्रांत मंत्री सुरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि सोमवार यानी 17 मार्च से को महाराष्ट्र के संभाजी नगर में एक आंदोलन शुरू होने वाला है, जिसमें सरकार से विधर्मी आक्रांताओं के चिन्हों और नामवली से संबंधित इमारतें, स्मारकों, मार्गों की समूल सफाई की मांग की जाएगी. अब जब हिन्दुत्व के गौरव का पुनर्जागरण काल चल रहा है तो इन सब चीजों का समूल सफाई होनी चाहिए.
विहिप दिल्ली प्रांत के पदाधिकारियों की इसी संबंध में एक बैठक हुई है, जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने विचार प्रकट किये और सबने एक मत से निर्णय किया कि दिल्ली के अन्दर भी इस प्रकार के स्थान, मार्ग, मजार और स्मारक बनाए गए हैं, इन सबको खत्म करना चाहिए. साथ ही जहां नाम के परिवर्तन की जरूरत है, वहां नामों को बदला जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मुस्लिम आक्रांताओं के जो स्मारक बने हैं, जिनको ऐतिहासिक स्मारक बोल के संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि होना यह चाहिए कि हमारे महापुरूष है जो इनसे संघर्ष करते-करते बलिदान हुए उनके स्मारक उस स्थान पर बनने चाहिए.
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उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, वीर सावरकर, गुरू गोविन्द सिंह, गुरू तेग बहादुर, गुरूओं के गुरू पुत्र. ऐसे सभी महापुरूष जो एक हजार साल लंबे कालखण्ड में कहीं न कहीं इन विधर्मियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए उन सभी के स्मारक बनना चाहिए और आक्रांताओं के स्मारक समाप्त करना चाहिए.
VHP दिल्ली प्रांत मंत्री ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से विहिप का आग्रह है कि जल्द से जल्द इस पर प्रभावी कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई करें. जिससे कि परिवर्तन पूरी दिल्ली में दिखे. अब समय आ गया है कि दिल्ली फिर इन्द्रप्रस्थ के गौरव को प्राप्त करे और दिल्ली का नाम इन्दप्रस्थ रखा जाए.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी व्यापारिक और सामाजिक संस्थाओं, आरडब्लूए और हर हिन्दू से आग्रह है कि अपने आसपास में ऐसे स्थान, मार्ग, स्मारक या प्रतीक चिन्ह देखें तो कृपया उसके विरोध में आवाज उठाएं. सरकार को पत्र लिखें और जल्द से जल्द उसको वहां से हटाने के लिए कानूनी मार्ग पर चलकर उसे साफ करवाने का प्रयास करें.
बता दें कि राजा ढिल्लू ने 800 ईसा पूर्व के आसपास दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली में अपना शहर बसाया. दिल्ली का मूल संस्थापक राजा ढिल्लू को माना जाता है. राजा ढिल्लू को धिल्लू और दिलू नाम से भी जाना जाता है और उनके नाम पर शहर का नाम दिल्ली पड़ा.
Input: Nishit Pancholi