Delhi Demolition of Slums: दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में रहने वाले हजारों परिवारों के सामने एक बार फिर उजड़ने का खतरा मंडरा रहा है. बुलडोजर की आहट ने लोगों के दिलों में डर भर दिया है. इसी चिंता और पीड़ा को आवाज देने के लिए आप ने एक बड़ा आंदोलन छेड़ने की तैयारी कर ली है. 29 जून को आप पार्टी के शीर्ष नेता दिल्ली के जंतर-मंतर पर बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ धरना देंगे. पार्टी ने यह स्पष्ट किया है कि यह लड़ाई सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि हजारों गरीब परिवारों की छत बचाने की लड़ाई है. बताया जा रहा है कि खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इस धरने में शामिल हो सकते हैं.
आप ने इस विरोध को और मजबूत बनाने के लिए झुग्गी बस्तियों में विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई है. पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को उनके अधिकारों के बारे में बताएंगे और यह समझाएंगे कि किस तरह से यह कार्रवाई उनके जीवन, बच्चों की पढ़ाई और भविष्य को तबाह कर रही है. पार्टी ने दो स्तर पर काम शुरू किया है. एक तरफ उन झुग्गी बस्तियों में विशेष अभियान चलाया जाएगा, जहां पहले ही तोड़फोड़ हो चुकी है ताकि पीड़ितों की आवाज प्रशासन तक पहुंचाई जा सके.
वहीं दूसरी ओर उन बस्तियों में आक्रामक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, जहां अभी तक बुलडोजर नहीं पहुंचा है. ताकि वहां के लोग भी पहले से संगठित होकर अपना हक मांग सकें. आप नेताओं का कहना है कि झुग्गी में रहने वाले लोग कोई अपराधी नहीं हैं, बल्कि मेहनतकश मजदूर हैं जो दिल्ली को चलाते हैं. उनके सिर से छत छीनना अमानवीय है. इस मुद्दे पर पार्टी पूरी ताकत से सरकार और अधिकारियों के खिलाफ खड़ी होने जा रही है. 29 जून का दिन दिल्ली की राजनीति में एक नई आवाज के रूप में दर्ज हो सकता है.
इनपुट – देवेश
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