Ghaziabad: गाजियाबाद में जल्द ही एक और बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बसने वाला है. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए डासना, भोजपुर, मुरादनगर, लोनी और आसपास के इलाकों में जमीन की तलाश की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि अगले एक-दो महीने में जमीन तय करके योजना को आगे बढ़ा दिया जाएगा.
जीडीए पहले से ही राजनगर एक्सटेंशन में 500 हेक्टेयर में हरनंदीपुरम नाम से एक आवासीय टाउनशिप तैयार कर रहा है. अब इसके साथ-साथ एक नई औद्योगिक योजना पर भी काम शुरू हो गया है. पिछले दिनों जिले के प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने जीडीए को औद्योगिक योजना बनाने के निर्देश दिए थे. इसके बाद प्राधिकरण ने जमीन की तलाश शुरू कर दी. माना जा रहा है कि यह योजना भी करीब 200 हेक्टेयर या उससे ज्यादा क्षेत्र में फैली होगी, जहां उद्यमियों को फैक्ट्रियां लगाने के लिए हर सुविधा दी जाएगी.
साथ ही योजना में छोटे और बड़े सभी तरह के प्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि उद्यमी अपनी जरूरत के हिसाब से फैक्ट्री या कारखाना लगा सकें. छोटे और नए उद्यमियों को खासतौर पर प्रोत्साहित करने के लिए यह योजना तैयार की जा रही है. यहां एक बहुउद्देश्यीय भवन भी बनाया जाएगा, जिसमें उद्यमी अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगा सकें और ज्यादा लोगों से जुड़ सकें. जीडीए के अधिकारियों का कहना है कि जमीन ऐसी जगह तलाशी जा रही है, जहां से हाईवे और दूसरी सड़कों से अच्छी कनेक्टिविटी हो. इससे कच्चा माल लाना और तैयार माल बाहर भेजना आसान रहेगा. इसके लिए ईस्टर्न पेरिफेरल, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड के आसपास की जमीन देखी जा रही है.
बता दें कि अभी गाजियाबाद में कविनगर, साहिबाबाद, मोदीनगर, मेरठ रोड, ट्रोनिका सिटी जैसे कई औद्योगिक क्षेत्र पहले से मौजूद हैं. नए इंडस्ट्रियल एरिया से न केवल निवेश बढ़ेगा बल्कि हजारों लोगों को रोजगार के मौके भी मिलेंगे. जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा कि उद्यमियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजना तैयार की जा रही है। जल्दी ही इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा. जिला उद्योग उपायुक्त श्रीनाथ पासवान ने कहा कि गाजियाबाद पहले से औद्योगिक नगरी है. नई योजना से निवेश और रोजगार दोनों में बढ़ोतरी होगी.
ये भी पढ़िए- BJP के 6 नए जिला कार्यालयों का ऑनलाइन उद्घाटन, ढांडा ने कांग्रेस को बताया डूबता जहाज