Delhi News: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खुद को दिल्ली पुलिस का सब-इंस्पेक्टर बताने वाले 23 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान साहिल कुमार के रूप में हुई है, जिसने पुलिस अधिकारी बनने के लिए जाली दस्तावेज बनाए थे, जिससे उसने अपनी महिला परिचितों और सामाजिक दायरे को गुमराह किया.
पुलिस ने उसके कब्जे से एक फर्जी दिल्ली पुलिस आईडी कार्ड (पीएसआई के रूप में चिह्नित), एक जाली नियुक्ति पत्र, एक हैंडबैग जिसमें कुछ खाली केस डायरियां, डीपीए ( दिल्ली पुलिस अकादमी) के स्टाम्प मार्क वाला एक खाली पेज और दिल्ली पुलिस की वर्दी में फोटो वाला मोबाइल फोन बरामद किया. सोमवार को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 के प्रस्थान प्रांगण में नियमित निगरानी और प्रोफाइलिंग अभियान के दौरान, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ( सीआईएसएफ ) की सतर्कता टीम ने आरोपी को रोककर हिरासत में ले लिया. पूछताछ करने पर, वह दिल्ली पुलिस में अपनी वर्तमान तैनाती के बारे में कोई विश्वसनीय स्पष्टीकरण नहीं दे पाया और अस्पष्ट व अविश्वसनीय बहाने बनाए.
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पुलिस ने बताया कि उसके पास से दिल्ली पुलिस का एक पहचान पत्र भी मिला , जो जाली लग रहा था. सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा दर्ज कराई गई औपचारिक शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी गई. पूछताछ के दौरान, आरोपी ने बताया कि उसने 12वीं तक पढ़ाई की है और फिलहाल दिल्ली के रोहिणी में एक रिश्तेदार के यहां रह रहा है. पुलिस ने बताया कि जब उससे आईजीआई हवाई अड्डे पर उसकी मौजूदगी के बारे में पूछताछ की गई , तो उसने बताया कि उसने दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर बनकर दिल्ली पुलिस की कई महिलाओं को ठगा था और उनमें से एक से मिलने हवाई अड्डे पर आया था.
पूछताछ करने पर, दिल्ली पुलिस की एक महिला कर्मचारी ने पुष्टि की कि आरोपी ने सोशल मीडिया के माध्यम से उससे संपर्क किया था और खुद को आईजीआई हवाई अड्डे , दिल्ली में तैनात 2024 बैच का सब-इंस्पेक्टर बताया था. आरोपी ने यह भी कबूल किया कि उसने अपनी महिला परिचितों और सामाजिक दायरे को गुमराह करने के लिए अपनी पहचान गढ़ी थी और उन्हें विश्वास दिलाया था कि उसे दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया है. उसने स्वीकार किया कि वह वास्तव में एक छात्र है जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है और किसी भी सरकारी विभाग में उसकी कोई औपचारिक नौकरी नहीं है. पुलिस ने बताया कि उसने यह भी खुलासा किया कि उसने दिल्ली के कैंप इलाके से दिल्ली पुलिस की वर्दी खरीदी थी और फोटोशॉप में अपने कौशल का इस्तेमाल करके फर्जी पहचान पत्र और नियुक्ति पत्र भी बनाया था.