Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली वो जगह जहां हर किसी की नजर रहती है. दिल्ली में घटने वाली हर छोटी से छोटी बड़ी से बड़ी घटनाएं राष्ट्रीय अखबारों की सुर्खियां बन जाती है. मौजूदा वक्त में दिल्ली के बढ़ती गर्मी के न सिर्फ दिल्ली के पारे को बढ़ा दिया, बल्कि दिल्लीवासियों को भी पसीना-पसीना कर दिया. हालांकि इस गर्मी से बचने के लिए लोग पानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल भी कर रहे है, ताकि इस तपती गर्मी से किसी भी हालात में बचा जा सके.
एक कहावत तो आपने सुनी होगी, जल ही जीवन है. ये बात शत प्रतिशत सही भी है. मगर ये तो सिक्के का बस एक ही पहलू है. सिक्के के दूसरा पहलू की बात करें तो यहीं जल आदमी को अपनी ओर खींचता है, खींचता ही नहीं बल्कि उसकी मौत का कारण भी बनता है. क्या आप इसपर यकीन करेंगे कि दिल्ली में बहता पानी कई सौ मील दूर से आदमी को अपनी ओर खींचकर बुलाता है.
दिल्ली के बवाना इलाके की मुनक नहर ये वो नहर है, जो करोड़ो दिल्लीवासियों की प्यास बुझती है. लगातार बढ़ती गर्मी के चलते नहर के आसपास रहने वाले परिवारों के बच्चे इस नहर में अक्सर नहाने आ जाते है. जानकारों की मानें तो इस नहर की गहराई तकरीबन 10 से 12 फीट है. इसीलिए अक्सर यहां नहाने आने वाले बच्चे और बड़े इसकी गहराई में समा जाते हैं और अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं. ऐसा नहीं है कि प्रशासन इस बात से बेखबर है. प्रशासन ने इस नहर के गहरे होने के चलते नहर के आसपास खतरे के कई बोर्ड भी लागए है, लेकिन इन सबको जानते और समझते हुए भी लोग यहां नहाने आते हैं और अक्सर इस नहर की गहराई में समा जाते हैं.
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दिल्ली बोट क्लब के आधिकारिक आंकड़ो के मुताबिक:
साल 2022 में इस नहर में डूबने से कुल 43 लोगों की मौत हो गई. हर महीने के हिसाब से 3 से ज्यादा लोगों की नहर में डूबकर मौत होती है.
साल 2023 में दिल्ली में नहर में डूबने से कुल 28 मौते हुई.
साल 2024 में दिल्ली में नहर में डूबने से कुल 27 मौते हुई.
जबकि साल 2025 में मई महीने तक ही 27 मौते हो चुकी है.
दिल्ली बोट क्लब के इंचार्ज अरमान के अनुसार दिल्ली की नहरों में डूबकर हुई सभी मौतों में सबसे ज्यादा मौते बवाना की मुनक नहर में डूबकर हुई हैं. बोट क्लब के इंचार्ज अरमान की मानें तो बवाना नहर में डूबने वाली घटनाओं का कोई वक्त नहीं है. 24 घंटे गोताखोरों को तैनात रखा जाता है. बवाना नहर में लगातार हो रहीं मौतों के चलते ही नहर के आसपास रहने वाले लोग अब दिल्ली की प्यास बुझाने वाली इस नहर को खूनी नहर कहते है. लोग तो यहां तक भी कहते है कि खूनी नहर खून की प्यासी है. शायद ही कोई सप्ताह ऐसा जाता है जब यहां किसी की मौत नहीं होती.
Input: Neeraj Sharma
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