Global Outreach Summit In Delhi : दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भरता, नवाचार और वैश्विक सहयोग का प्रतीक बन चुका है. भारतीय ब्रांड्स वैश्विक बाजार में अपनी विशिष्ट पहचान बना रहे हैं. ‘मेड इन इंडिया’ सिर्फ एक टैग नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, शिल्प और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है. दिल्ली सरकार इस सोच को आगे बढ़ाते हुए 7 अगस्त को ‘हैंडलूम डे’ मनाने जा रही है, ताकि भारत के पारंपरिक हथकरघा उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई उड़ान मिल सके.
यह बात उन्होंने बुधवार को भारत मंडपम में आयोजित ग्लोबल आउटरीच समिट 2025 के उद्घाटन अवसर पर कही. ब्रांड्स एंड सोर्सिंग लीडर्स (BSL) द्वारा आयोजित सम्मेलन में बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (BIADA) के प्रबंध निदेशक कुंदन कुमार के अलावा देश-दुनिया से आए ब्रांडिंग और सप्लाई चेन के विशेषज्ञ और उद्यमी शामिल हुए.
ट्रेडर्स वेलफेयर बोर्ड का गठन
सीएम ने कहा, दिल्ली में महिलाओं को नाइट शिफ्ट में काम करने की स्वतंत्रता और संरक्षित वातावरण देने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं. साथ ही राजधानी दिल्ली में व्यापार के लिए अनुकूल, पारदर्शी और सुविधाजनक माहौल सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है. हमारी सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने और व्यापारियों के कल्याण के लिए ‘ट्रेडर्स वेलफेयर बोर्ड का गठन किया है.
व्यापार को सरल बनाना उद्देश्य
सीएम ने कहा, दिल्ली सरकार प्रगति और नवाचार की दिशा में पहल कर रहे सभी व्यापारियों और उद्यमियों के साथ मजबूती से खड़ी है, चाहे छोटा व्यवसाय हो या बड़ा उद्योग, हर किसी के लिए व्यापार करना सरल, सुगम और सम्मानजनक हो, यही सरकार का उद्देश्य है. मुख्यमंत्री ने BIADA के पवेलियन का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार द्वारा पेश टेक्सटाइल इनोवेशन, स्टार्टअप मॉडल्स की तारीफ करते हुए कहा, बिहार की तो बात ही क्या है.
बिहार में निवेश पर विचार करने की अपील
समिट के दौरान आयोजित राउंडटेबल चर्चा The Next Global Hub for Sustainable Fashion में कुंदन कुमार ने बिहार को एक उभरते हुए वैश्विक फैशन सेंटर के रूप में पेश किया। उन्होंने पारंपरिक शिल्प, हरित उत्पादनऔर टेक्सटाइल नवाचार में राज्य की भूमिका के बारे में बताया. मास्टर क्लास सेशन में कुंदन कुमार ने बिहार में उपलब्ध नीति-प्रेरित प्रोत्साहनों, श्रम और कच्चे माल की उपलब्धता तथा वैश्विक बाजारों से जुड़ाव की संभावनाओं के बारे में चर्चा की. उन्होंने कहा, बिहार न केवल अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए, बल्कि टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में उत्कृष्ट निवेश अवसरों के लिए भी तेजी से पहचान बना रहा है. यह वह राज्य है, जिसके बारे में निवेशकों को गंभीरता से विचार करना चाहिए.