Delhi News: नरेला विधानसभा क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव के किसानों के लिए आसमान से बरसती बारिश ही नहीं, बल्कि पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही द्वारा बनाया गया नाला भी बड़ी मुसीबत बन गया है. नाले की दीवार की बाउंड्री टूटने से खेतों में पानी भर गया जिससे पूरी फसल बर्बाद हो गई है. किसानों का आरोप है कि नाले के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल से किया गया, जिसके कारण यह समस्या हर साल होती है.
किसानों की पीड़ा
मोहम्मदपुर गांव के पास बना यह PWD का नाला अब किसानों के लिए किसी श्राप से कम नहीं है. बारिश के दिनों में इसकी वॉल बार-बार टूट जाती है, और पानी सीधे खेतों में घुसकर फसलों को तबाह कर देता है. किसानों का कहना है कि उनकी करीब 10 एकड़ जमीन पानी में डूब गई है. विभागीय अधिकारी केवल निरीक्षण करने आते हैं, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं किया जाता है.
घटिया निर्माण पर सवाल
किसानों का यह भी आरोप है कि बख्तावरपुर से लेकर हिरणकी गांव तक बनाए गए इस नाले में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल हुआ है. नतीजा यह है कि समय-समय पर इसकी वॉल बाउंड्री टूट जाती है, कभी गांवों में पानी भर जाता है, तो कभी फसलें तबाह हो जाती हैं. किसानों का कहना है कि यह नाला खेती के लिए मददगार नहीं, बल्कि मुसीबत बन गया है. जैसे ही बारिश शुरू होती है, किसानों को डर सताने लगता है कि कहीं वॉल बाउंड्री फिर से न टूट जाए.
किसानों की रातों की नींद उड़ गई
बीती रात नाले के टूटने के बाद, खेतों में पानी भर गया, हालात बेकाबू न हों, इसलिए PWD विभाग ने दो पंप जनरेटर लगाए और खेतों से पानी निकालने की कोशिश शुरू की. लेकिन हाल यह है कि एक तरफ से पानी निकाला जा रहा है, तो दूसरी ओर से टूटी वॉल बाउंड्री के जरिए पानी फिर खेतों में भर रहा है.
सिर्फ मोहम्मदपुर नहीं, आसपास के गांव भी परेशान
यह समस्या सिर्फ मोहम्मदपुर तक सीमित नहीं है. आसपास के गांव भी इसी तरह की परेशानी झेलते हैं. कई बार किसानों ने शिकायतें कीं, पत्र लिखे, लेकिन PWD ने कभी इस वॉल बाउंड्री को सही तरीके से मरम्मत नहीं किया,हर साल यही होता है.
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लापरवाही से मेहनत डूबीं
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते नाले की मरम्मत कर दिया जाए, तो फसलों को बचाया जा सकता है. लेकिन विभागीय लापरवाही और लगातार हो रही बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. अब ये किसान बस यही दुआ कर रहे हैं कि बारिश रुक जाए और फसलें बच जाएं.
Input- Nasim Ahmad