Delhi Roads Reconstruction: दिल्ली की जर्जर सड़कों को अब नया जीवन मिलने जा रहा है. दिल्ली सरकार ने राजधानी की पुरानी सड़कों के पुनर्निर्माण के लिए 950 करोड़ रुपये की बड़ी योजना तैयार की है. इस योजना के तहत कुल 415 किलोमीटर लंबी सड़कों को चमकाया जाएगा. इसमें आउटर रिंग रोड, मथुरा रोड, नजफगढ़ रोड और विकास मार्ग जैसी प्रमुख सड़कों को भी शामिल किया गया है.
2026 तक पूरी होगी योजना
इस प्रोजेक्ट को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए ई-टेंडरिंग प्रक्रिया के जरिए निर्माण कार्य कराया जाएगा. सरकार का कहना है कि इस योजना से दिल्ली के बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं में भी राहत मिलेगी.
केंद्र से मांगी गई मदद
दिल्ली सरकार ने यह प्रस्ताव केंद्रीय सड़क निधि (CRF) के तहत केंद्र सरकार को भेजा है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए केंद्र से वित्तीय सहायता की मांग की गई है. आगामी वित्तीय वर्ष में सरकार ने 500 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत का लक्ष्य रखा है.
अब तक 150 किमी सड़कें बन चुकी हैं
दिल्ली सरकार के अनुसार अब तक 150 किलोमीटर सड़कों का काम पूरा हो चुका है, जबकि 100 किलोमीटर पर कार्य जारी है. सड़कों के साथ-साथ फुटपाथ और नालियों की मरम्मत और कुछ जगहों पर दोबारा निर्माण भी किया जाएगा. इसके लिए पहले ही पीडब्ल्यूडी विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है.
गड्ढों को भरने का अभियान भी शुरू
23 जून को दिल्ली सरकार ने गड्ढे भरने के लिए एक विशेष अभियान चलाया था, जिसके तहत एक ही दिन में 3,400 गड्ढे भरे गए. यह अभियान लगातार जारी है ताकि सड़कों को और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाया जा सके.
पीडब्ल्यूडी मंत्री का बयान
दिल्ली सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि हमारी प्राथमिकता दिल्लीवासियों को अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कें देना है. पिछली सरकार ने घटिया निर्माण कराया था, अब हम सभी सड़कों की री-कार्पेटिंग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि आम नागरिक पीडब्ल्यूडी की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से सड़क संबंधी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
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