Delhi Crime: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे फर्जी डिग्री रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसने ना सिर्फ कानून का मजाक बनाया बल्कि एक मेहनतकश युवक की जिंदगी और उम्मीदों से भी खेला. इस गिरोह में शामिल एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं.
पीड़ित गुरुग्राम में एक आईटी कंपनी में संविदा कर्मचारी था. वह स्थायी नौकरी पाने की कगार पर था. सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कंपनी ने उससे ग्रेजुएशन की डिग्री मांगी. उसके पास मार्कशीट तो थी, लेकिन डिग्री नहीं. परेशान और लाचार वह अपनी नौकरी बचाने की जद्दोजहद में लग गया. तभी एक सहकर्मी ने उसे कपिल जाखड़ नाम के शख्स का पता दिया, जिसने दावा किया कि वह उसे डिग्री दिलवा सकता है. कपिल ने पहले तो 30,000 रुपये मांगे, फिर धीरे-धीरे 1.55 लाख रुपये तक की ठगी कर ली. पीड़ित को उम्मीद थी कि उसकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी, लेकिन जब कपिल ने जो डिग्री दी. उसमें किसी भी तरह का हस्ताक्षर नहीं था. कंपनी ने डिग्री को फर्जी बता दिया और पीड़ित की उम्मीदें टूट गईं. जब उसने कपिल से संपर्क करना चाहा, तो वह गायब हो गया. अंत में मार्च में उसका नंबर तक ब्लॉक कर दिया गया.
दिल्ली पुलिस में दर्ज शिकायत के बाद जांच शुरू हुई और कपिल को हरियाणा के भिवानी में उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में कपिल ने बताया कि उसके साथ एक महिला दामिनी शर्मा भी इस रैकेट में शामिल है. पुलिस ने दामिनी को दिल्ली के कड़कड़डूमा से गिरफ्तार किया और उसके मोबाइल से सैकड़ों फर्जी डिग्रियों की डिजिटल कॉपियां बरामद कीं. पुलिस ने दोनों आरोपियों से चार मोबाइल फोन और सात सिम कार्ड भी जब्त किए हैं. ये लोग लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर लाखों की ठगी करते थे और नकली डिग्रियां बेचते थे.
ये भी पढ़िए- बरसाती मौसम में हरियाणा की इस झील पर जरूर करें विजिट, खूबसूरती उठा सकेंगे भरपूर आनंद