Delhi News : फिरोज शाह कोटला स्टेडियम के पास स्थित डॉ. एस.पी. मुखर्जी स्टैच्यू पार्क में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के शहादत दिवस के अवसर पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया. इस अवसर पर वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अगर किसी को भारत की संस्कृति, राष्ट्रीय नीति और असली राष्ट्रवाद समझना है, तो उसे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को जरूर पढ़ना चाहिए. उन्होंने मुखर्जी को भारत के पहले 'शहीद नेता' के रूप में याद करते हुए कहा कि वे एक महान विचारक थे, जिन्होंने देश की एकता के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया.
उन्होंने आगे कहा कि एक पत्र में खुद लेकर आया हूं और पत्र के अक्षरों में पढ़ना चाहता हूं कि हम सबको मालूम है कि विधान दो निशान दो प्रधान के खिलाफ नेहरू की समिति के खिलाफ डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आंदोलन किया. जिन परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हुई उसे हमेशा संदेह की स्थिति से देखा गया. यह पत्र उनकी माता जी ने उसे समय के प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के लिए लिखा था. इस पत्र में उन्होंने मुखर्जी की गिरफ्तारी, कश्मीर में उनके साथ हुए व्यवहार और उनकी मृत्यु पर सवाल उठाए थे. उन्होंने लिखा था कि वे सफाई नहीं, बल्कि न्यायिक जांच चाहती हैं, क्योंकि मुखर्जी को एक ऐसे राज्य में भेजा गया था जहां भारत का संविधान लागू नहीं था. उनकी तबीयत बिगड़ने पर सही इलाज नहीं दिया गया और उनकी मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में हुई.
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने उस समय की सरकार की नीतियों का विरोध किया था, जब कश्मीर जाने के लिए परमिट की जरूरत पड़ती थी. उन्होंने बिना परमिट के कश्मीर जाकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया और जेल में डाल दिया गया. रेखा गुप्ता ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी की सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाया, तब असल में डॉ. मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई. उन्होंने कहा कि अब समय है कि हम उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाएं और उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर भारत की एकता और अखंडता के लिए काम करें.
इस श्रद्धांजलि सभा में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, दिल्ली के मंत्री प्रवेश शर्मा, दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और कई अन्य बीजेपी नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे. सभी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया.
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