Haryana News: हिसार के डाबड़ा गांव के संजय काली रावण को भारतीय हॉकी टीम का कप्तान बनाया गया है. यह घोषणा उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है और उनके परिवार एवं गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है. संजय के नेतृत्व में भारतीय टीम यूरोप टूर के लिए रवाना होगी, जो 8 से 20 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा.
संजय भारतीय टीम में कप्तान और डिफेंडर की भूमिका निभाएंगे. हाकी कोच राजेंद्र सिहाग ने बताया कि संजय की उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. संजय पिछले वर्ष पेरिस ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे, जहां उन्होंने भारत को महत्वपूर्ण जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी व जुलाना की विधायक विनेश फोगाट बनीं मां, बेटे को दिया जन्म
संजय की सफलता ने डाबड़ा गांव में हॉकी के प्रति उत्साह बढ़ाया है. गांव के कई युवा खिलाड़ी संजय से प्रेरित होकर हॉकी में आने लगे हैं. इसी प्रेरणा को देखते हुए खेल विभाग ने गांव में लड़कों की हॉकी खेल नर्सरी भी अलाट की थी. संजय ने राजेंद्र सिहाग से गांव में ही प्रशिक्षण लिया और इसके बाद उनका चयन चंडीगढ़ एकेडमी में हुआ. संजय ने लगातार अच्छे प्रदर्शन के माध्यम से भारतीय हाकी टीम में अपनी जगह बनाई. वह जूनियर हाकी वर्ल्ड कप में उप कप्तान रह चुके हैं और उनके पिता नेकीराम पेशे से किसान हैं. जैसे ही परिवार को संजय के कप्तान बनने की सूचना मिली, पूरे गांव में खुशी का माहौल बन गया.
संजय ने 2006-07 में हाकी खेलना शुरू किया और 2010-11 में अंडर-14 में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का अवार्ड जीता. इसके बाद अंडर-17 में भी उन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया. उन्होंने यूथ ओलंपिक में कांस्य पदक भी जीता और 2017 में स्कूल एशियाड में भारत का कैप्टन बनकर गोल्ड मेडल जीता. संजय ने सबसे बड़े महापर्व ओलंपिक में भारत को कांस्य पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है और अब वह भारतीय हाकी के भविष्य के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गए हैं.