Delhi Oldest Bridge History : दिल्ली का इतिहास बहुत बड़ा और पुराना है, जिसमें कई तरह के किस्से और कहानियां छुपी हैं. ऐसे ही दिल्ली के वजीराबाद में स्थित 650 साल पुराना पुल है. जो कि न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि यह उस समय की गवाही भी देता है जब रानियां यहां नहाने आया करती थीं.
लाल किले तक जाती थी पुल के नीच की सुरंग
यह पुल तुगलक काल में बना था, जो कि नौ मेहराबों (घुमावदार आकार का ढांचा) और अनगढ़ पत्थरों से बने पिल है. यह पुल आज भी अपनी मजबूती को बनाए रखे हुए है. इसके नीचे एक सुरंग है, जो लाल किले तक जाती थी, लेकिन अब इसे बंद कर दिया गया है.
वजीराबाद के पुल पर रानियां नहाने आया करती थीं
वजीराबाद के इस ऐतिहासिक ब्रिज का पता लगाने लोकल 18 का टीम गई. उस दौरान टीम की मुलाकात एक विनोद कुमार (48) नाम के शख्स से हुई. विनोद ने बताया कि उनके दादा-परदादा से उन्होंने इस पुल के बारे में सुना है. उनका कहना है कि यह दिल्ली का सबसे सुंदर पुल था, जहां यमुना जी बहती थीं. महाराजाओं के समय में रानियां इस पुल पर आकर स्नान किया करती थीं, जो इसकी ऐतिहासिकता को और बढ़ाता है.
समय के साथ बदलाव
हालांकि, वक्त के साथ इस पुल की हालत में बदलाव आया है. विनोद कुमार ने कहा कि अब यहां चारों ओर कूड़े के ढेर लगा हुआ है. पहले जहां यमुना का पानी बहता था, अब वहां केवल नाले का पानी जमा हो गया है. यह देखकर बहुत बुरा लगता है, क्योंकि यह हमारा ऐतिहासिक धरोहर है.
ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण की आवश्यकता
विनोद ने यह भी कहा कि हमें अपनी ऐतिहासिक धरोहरों का ध्यान रखना चाहिए. पहले जैसे सुंदर पुल अब नहीं बनते और जो पहले से बने हुए हैं, उन्हें सही तरीके से मेंटेन नहीं किया जा रहा है. यह हमारे देश की पहचान है और इसे संजोकर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है.