Delhi Waterlogging: उत्तरी दिल्ली के नरेला विधानसभा के बख्तावरपुर गांव की पावन धाम त्रिवेणी कॉलोनी में जल भराव की वजह से गांव वासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मंदिर क सामने जलभराव होने की वजह से श्रद्धालुओं को पूजा पाठ करने में परेशानी होती है. शिकायक के बावजूद जलजमाव का कोई समाधान नहीं हो रहा है.
नरेला विधानसभा के बख्तावरपुर गांव की पावन धाम त्रिवेणी कॉलोनी में जल भराव व नालियों की साफ सफाई न होने के चलते घरों के आगे झाड़ियां उगी हुई है, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को दुर्गंध व जहरीले कीड़े मकोड़े पनपने का डर सताने लगा है. वहीं जल प्रभाव में आवाज ही करने की वजह से कुछ लोग कई प्रकार की बीमारियों घरस्त है. यह तस्वीर नरेला विधानसभा के बख्तावरपुर गांव की पावन धाम त्रिवेणी कॉलोनी की है. जहां घरों के आगे जल जमाव है हालांकि अभी पानी कुछ काम है, लेकिन हर रोज सुबह के वक्त यहां इतना पानी होता है कि लोगों की आवाजाही इस सड़क से बंद हो जाती है. वहीं यह कॉलोनी का मुख्य रास्ता है तो सीधा अलीपुर मार्ग को बख्तावरपुर मार्ग से जोड़ता है. इस मुख्य मार्ग पर एक प्राचीन शिव मंदिर भी बना हुआ है, जिसमें श्रद्धालु पूजा पाठ करने जाते हैं. लेकिन जल जमाव और गंदगी की वजह से अपवित्र हो जाते हैं. इसकी वजह से उनकी आस्था को भी ठेस पहुंचती है. यहां रहने वाले लोगों का आरोप है कि नगर निगम की सफाई कर्मचारी भी नालियों की साफ-सफाई करने नहीं आते मजबूरी में लोगों को खुद अपने हाथों से नालियों की साफ सफाई करनी पड़ती है.
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पिछले कई वर्षों से इस पवन धाम त्रिवेणी कॉलोनी में जल भराव के चलते यहां रहने वाले लोग नरकीय जीवन जी रहे हैं. यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि दिल्ली में सरकार बदलेगी और दिल्ली के ग्रामीण इलाकों के हालत थी सुधार में आएंगे. लेकिन सरकार बदल गई परंतु दिल्ली के ग्रामीण इलाकों के हालात आज तक सुधार में नहीं आए, जिसकी वजह से लोग अब अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. फिलहाल देखने वाली बात होगी, दिल्ली के बख्तावरपुर गांव की इस कॉलोनी में जिस तरीके से जल जमाव हो रखा है. इसे लेकर क्या स्थानीय विधायक राजकरण खत्री या फिर निगम पार्षद जनता देवी संबंधित विभाग के अधिकारी कोई संज्ञान लेते है या नहीं.
इनपुट: नसीम अहमद