Delhi News: आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आतिशी के बाद अब सौरभ भारद्वाज का कहना है कि रेखा गुप्ता की जगह उनके पति मनीष गुप्ता बैठकें ले रहे हैं. इस मुद्दे पर रविवार को दिल्ली ईकाई के अध्यक्ष सीएम रेखा गुप्ता और बीजेपी पर ने तीखा हमला किया. उन्होंने पंचायत वेब सीरीज को याद करते हुए कहा कि दिल्ली फुलेरा की पंचायत नहीं है.
AAP Delhi State Convenor @Saurabh_MLAgk Addressing an Important Press Conference | LIVE https://t.co/BvMYxg81dx
— AAP (@AamAadmiParty) April 13, 2025
रबर स्टाम्प मुख्यमंत्री
सौरभ भारद्वाज ने रेखा गुप्ता को 'रबर स्टाम्प मुख्यमंत्री' बताते हुए सवाल उठाया कि उनके पति मनीष गुप्ता किस पद पर हैं. उनका कहना था कि रेखा गुप्ता द्वारा ली जाने वाली बैठकें दरअसल मनीष गुप्ता द्वारा आयोजित की जा रही हैं, जो सरकार में कोई आधिकारिक पद नहीं रखते. सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने बड़े नेताओं को दरकिनार करके पर्ची CM बनाने की शुरुआत की. दिल्ली में भी BJP ने इसी पर्चीतंत्र से CM बनाया और अपने कद्दावर नेताओं को दरकिनार कर दिया. अब सीएम रेखा गुप्ता जी ने भी साबित कर दिया है कि वह भी केवल रबर स्टांप हैं और सभी काम उनके पति मनीष गुप्ता देख रहे हैं. आप नेता ने कहा कि भाजपा ने इस आरोप को न केवल स्वीकार किया, बल्कि इसे सही ठहराने की भी कोशिश की. सौरभ भारद्वाज ने भाजपा की इस प्रतिक्रिया पर हैरानी जताई और पूछा कि क्या यह उचित है कि पति-पत्नी के बीच बैठकें हो रही हैं.
दिल्ली 'फुलेरा की पंचायत' नहीं है
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने शनिवार को सीएम रेखा के पति द्वारा उनका सहयोग करने पर सहमति जताई थी. इसको लेकर सौरभ भारद्वाज ने विजेंद्र सचदेवा से सवाल किए. उन्होंने कहा कि CM रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता सरकार में किस पद पर हैं और अगर नहीं हैं तो वह किस आधार से अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद की शपथ रेखा गुप्ता ने ली है न की उनके पति ने ली है. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी की घर की पंचायत नहीं है. इसी तरह का सीरीयल आता है पंचायत, उसी तरह से बीजेपी ने दिल्ली की राजनीति को फुलेरा की पंचायत बना दिया है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में नहीं चलेगा, दिल्ली ‘फुलेरा की पंचायत’ नहीं है.
दिल्ली में इससे पहले ऐसा नहीं हुआ
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में इस तरह की राजनीति करना देश के संविधान, लोकतंत्र, दिल्ली की जनता और महिलाओं का अपमान है. इससे पहले भी शीला दीक्षित, सुषमा स्वराज और आतिशी दिल्ली की CM रही हैं और उनके ऊपर कभी ऐसा आरोप नहीं लगा कि उनके घर का कोई सदस्य अफसरों की मीटिंग ले रहा हों.