Delhi Waterlogging: दिल्ली में शनिवार को बीती रात आए तेज आंधी-तूफान और बारिश के बाद रविवार को कई इलाकों में जलभराव देखने को मिला. इस कारण जीवन अस्त व्यस्त हो गया. गनीमत इतनी रही कि यह वर्किंग डे नहीं था. दिल्ली के मोतीबाग, मिंटो रोड, एयरपोर्ट टर्मिनल समेत कई जगहों पर पानी भरने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. मिंडो रोड पर तो भारी जलभराव के कारण गाड़ियां तक डूब गई. दिल्ली में जलभराव और प्री-मानसून से राजधानी के हालात को लेकर AAP प्रदेशाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने सरकार पर जमकर वार किया. साथ ही उन्होंने PWD मंत्री प्रवेश वर्मा पर जुबानी हमला किया.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में अभी प्री मानसून की बारिश हुई है, जिससे मिंटो रोड, आईटीओ, दिल्ली कैंट, मंत्री प्रवेश वर्मा का पैतृक गांव (मुंडका) सब जगह पानी भरा गया. इस बारिश से लोगों की गाड़ियां फंस गई. उन्होंने कहा कि आज वर्किंग डे नहीं था तो सरकार की थोड़ी इज्जत बच गई. इस बारिश से दिल्ली की 4 इंजन की सरकार फेल हो गई है.
AAP नेता ने कहा कि रोज ड्रामेबाजी की राह जा रही थी. सीएम रेखा गुप्ता, LG वीके स्केसना, मंत्री प्रवेश वर्मा एक ही नाले पर 5 बार जा रहे थे. उन्होंने दिल्ली सरकार पर वार करते हुए कहा कि नौटंकी से अगर बरसात के पानी की निकासी होती तो अब तक हो गई होती. उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी पीने की किल्लत हो रही है, लोग परेशान हैं और सरकार कह रही है कि हम काल्पनिक बात कर रहे हैं. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा था कि कहीं पानी भरेगा तो इंजीनियरों की जिम्मेदारी होगी. अब दिल्ली में जगह पानी भरा हुआ है, खुद मंत्री प्रवेश वर्मा नजर नहीं आ रहे. वह गायब हो गए हैं.
AAP नेता ने कहा कि एनडीए पार्टी के नेताओं की बैठक में दिल्ली सरकार के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष में दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के द्वारा दिल्ली के कार्य और उपलब्धियां की एक बुकलेट दी गई. इस बैठक में देश के राज्यों के मुख्यमंत्री बैठक करने आए होंगे तो जगह-जगह सड़कों पर पानी भरा होगा. मगर उनकी रिपोर्ट खुद ईश्वर ने दे दी है.
दिल्ली में सरकार बनाने से पहले बीजेपी के वादों पर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री ने महिला दिवस 8 मार्च को दिल्ली की महिलाओं को 2500 रुपये देने की बात कही थी, जो अभी कर नहीं हुआ. वहीं मोहल्ला क्लिनिक बंद नहीं करने को कहा था, जो अब बंद होने शुरू हो गए हैं. मोहल्ला क्लीनिक में काम करने वालों को नौकरी से निकाला जा रहा है. हर घर नल से जल पहुंचाएंगे, मगर इन्होंने 1100 टैंकर लगा दिए हैं. उन्होंने कहा कि इनकी काम करने की कोई इच्छा नहीं है.