Delhi Summer Action Plan: समाज कल्याण, एससी/एसटी कल्याण, चुनाव और सहकारिता मंत्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने मंगलवार को मानसिक दिव्यांगों के लिए बने दिल्ली के सभी आशा होम्स में समर एक्शन प्लान के तहत गर्मी से बचाव, भोजन व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधाओं और बुनियादी सुविधाओं के किए गए इंतजामों पर समाज कल्याण और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
आशा होम्स के लिए समर एक्शन प्लान
रविंद्र इन्द्राज ने रोहिणी, नरेला, हरि नगर और तिमारपुर में बने होम्स में रह रहे मानसिक दिव्यांगों के लिए एसी, डेजर्ट कूलर, रूम कूलर, पँखों की उपलब्धता, ठंडे और शुद्ध पेयजल के लिए वाटर कूलर और आरओ की स्थिति जानी. साथ ही टॉयलेट्स और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर आवश्यक निर्देश दिए. रविंद्र इन्द्राज ने कहा की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी के स्पष्ट आदेश हैं कि आशा होम्स में सुविधाओं में कोई लापरवाही न हो. उनके गर्मी से बचाव, भोजन व्यवस्था, बुनियादी सुविधाओं और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग करें.
दिव्यांगों को हीट एक्सपोजर के बचाने के निर्देश
समाज कल्याण मंत्री ने दिव्यांगों को हीट एक्सपोजर से बचाने के लिए सभी आवश्यक इंतजामों के निर्देश दिए. तेज धूप से बचाने के साथ उन्होंने गर्मियों के हिसाब से भोजन में फ्रेश सलाद, दही, लेमन वाटर शामिल करने की बात कही. अधिकारियों ने गर्मी से राहत के लिए बिल्डिंग मेंटेनेंस, शेड निर्माण और वाटर स्प्रिंगक्लिंग की जानकारी दी.
कॉलर फैन और AC हेलमेट की योजना
इसके साथ ही भीषण गर्मी से जूझते हुए ड्यूटी देने वाले दिल्ली ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बड़ी राहत मिलने वाली है. विभाग उन्हें कॉलर फैन और AC हेलमेट देने की योजना बना रहा है. यह पहल 'संपर्क सभा' में यातायात पुलिसकर्मियों द्वारा अपनी व्यथा बताने के बाद की गई है. कर्मियों ने डीसीपी (नई दिल्ली) राजीव कुमार के समक्ष अपनी समस्याएं रखी थीं. डीसीपी ने अब इन चिंताओं को दूर करने के लिए निर्देश जारी किए हैं.
बारिश को लेकर तैयारियां शुरू
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कॉलर फैन और एसी हेलमेट के प्रावधान समेत कई उपाय तैयार किए जा रहे हैं, ताकि खराब मौसम के दौरान कर्मियों को होने वाली असुविधा को कम किया जा सके. गर्मियों के साथ ही बारिश के मौसम की भी तैयारी हो रही है. दरअसल, 'संपर्क सभा' में कुछ पुलिस अधिकारियों ने बारिश के दौरान ट्रैफिक सिग्नल पर बिजली के झटके और बारिश में खड़े होने में कठिनाई का मुद्दा भी उठाया था. जवाब में, डीसीपी ने अधिकारियों को संबंधित विभागों के साथ समन्वय करके यातायात चौराहों पर टिन शेड लगाने का निर्देश दिया है, ताकि बारिश से बचाव हो सके और इस तरह के खतरों को कम किया जा सके.
कूलिंग हेलमेट
डीसीपी ने भीषण गर्मी से निपटने में ट्रैफिक पुलिस की मदद करने के लिए सक्रिय योजना बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया. चाहे कॉलर फैन हो या कूलिंग हेलमेट, सभी यूनिट को समय पर व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित आवश्यकताओं के बारे में पहले ही अवगत कराने का निर्देश दिया गया है. अधिकारियों ने पुष्टि की कि कूलिंग हेलमेट प्रदान करने के निर्णय को अंतिम रूप देने से पहले वैज्ञानिक मूल्यांकन पर विचार किया गया था. यह देखते हुए कि शरीर का अधिकांश हिस्सा वर्दी में ढंका रहता है और सिर खुला रहता है, इसलिए यह लू लगने के लिए अधिक संवेदनशील होता है. कूलिंग हेलमेट का उद्देश्य उस जोखिम को कम करना और काम करने की स्थिति में सुधार करना है.
ये भी पढ़ें: Nautapa 2025: 9 दिन के लिए सूर्य देव उगलेंगे आग, इस दिन शुरू होगा नौतपा का प्रकोप