Delhi Vidhan Sabha Session: दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू हो रहा है और यह सत्र कई राजनीतिक हलचलों का गवाह बनने वाला है. 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी सत्ता पक्ष में बैठेगी, जबकि 10 वर्षों तक सत्ता में रही आम आदमी पार्टी विपक्ष में नजर आएगी. यह सत्र केवल विधायी प्रक्रिया के लिए नहीं बल्कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और नीतिगत बहसों के लिए भी अहम रहने वाला है.
नए समीकरणों के बीच सत्ता परिवर्तन
भाजपा के सत्ता में आने के साथ ही दिल्ली की राजनीति में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा सरकार अपने वादों को पूरा करने के लिए रणनीति बना रही है, वहीं विपक्ष में बैठी आप पार्टी अपने पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर हमलावर रुख अपनाएगी.
पहला दिन: शपथ ग्रहण और अध्यक्ष पद का चुनाव
आज सुबह 11 बजे से विधानसभा सत्र की शुरुआत होगी, जहां नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर अरविंदर सिंह लवली शपथ दिलाएंगे. दोपहर 2 बजे विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा, जिसमें मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता विजेंद्र गुप्ता का नाम प्रस्तावित करेंगी और कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा इसका समर्थन करेंगे. यह चुनाव केवल औपचारिकता होगी, क्योंकि भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत है.
कैग रिपोर्ट और विपक्ष की रणनीति
विधानसभा के दूसरे दिन यानी 25 फरवरी को उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना का अभिभाषण होगा और उसके बाद आम आदमी पार्टी की पूर्व सरकार से जुड़ी 14 लंबित कैग रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा जाएगा. भाजपा इस रिपोर्ट को पेश कर यह संदेश देना चाहेगी कि पिछली सरकार में घोटाले हुए, जबकि आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर चुकी है.
सत्र में हंगामे के आसार
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी सदन में भाजपा के चुनावी वादों को लेकर तीखा विरोध करेगी. खासकर महिलाओं को 2500 रुपये देने के भाजपा के वादे को याद दिलाते हुए विपक्ष हमलावर रहेगा.
राजनीतिक भविष्य की दिशा
यह सत्र दिल्ली की राजनीति की आगे की दिशा तय करेगा. भाजपा को न केवल अपनी सरकार को मजबूत बनाना है बल्कि जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे. वहीं, आम आदमी पार्टी को विपक्ष में रहकर अपने आधार को बचाने के लिए आक्रामक रणनीति अपनानी होगी. इस सत्र में जिस तरह की बहस और राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिलेंगे, वे दिल्ली की राजनीति का भविष्य तय करेंगे.
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