Greater Noida: ग्रेटर नोएडा को फरीदाबाद के मंझावली पुल से जोड़ने की राह आसान हो गई है. शासन ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 25.62 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया है. यह परियोजना ना केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. इस बजट के साथ ही जिला प्रशासन ने भूमि खरीद की प्रक्रिया को अगले सप्ताह तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है.
किसानों की सहमति से रजिस्ट्री कराकर जमीन पर लिया जाएगा कब्जा
करीब 4 किलोमीटर लंबी सड़क के लिए साढ़े 6 हेक्टेयर जमीन की खरीद की जाएगी. किसानों की आपत्ति निस्तारण के लिए सूचना प्रकाशन पहले ही किया जा चुका है. इसके तहत गांवों में कैंप लगाकर किसानों की सहमति से रजिस्ट्री कराकर जमीन पर कब्जा लिया जाएगा. यह प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है, जिससे सड़क निर्माण का कार्य जल्द शुरू हो सकेगा. जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा की सीमा में मंझावली गांव के सामने यमुना नदी पर पुल तैयार है. लेकिन ग्रेटर नोएडा के अट्टा गुजरान तक सड़क का निर्माण पूरा न होने के कारण यातायात सुचारू नहीं हो पा रहा है. यह सड़क ना केवल ग्रेटर नोएडा को फरीदाबाद से जोड़ेगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी सहायक सिद्ध होगी.
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मुआवजा शासन से जारी बजट के तहत दिया जाएगा मुआवजा
प्रशासन को 6.8884 हेक्टेयर जमीन मुरसदपुर, अफजलपुर, जगनपुर और अट्टा गुजरान से खरीदनी है. इसके लिए 40 किसानों की सूची तैयार की गई है, जिन्हें 3720 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा. यह मुआवजा शासन से जारी बजट के तहत दिया जाएगा. प्रशासन ने भूमि पर कब्जा हासिल करने से पहले किसानों से आपत्तियां मांगी हैं. सूचना पांच दिन पूर्व प्रकाशित की गई थी और किसानों को आपत्ति दर्ज कराने के लिए सात दिनों का समय दिया गया है. अब तक किसी किसान ने कोई आपत्ति नहीं लगाई है, जिससे उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक जमीन का बैनामा कर किसानों को मुआवजा वितरित कर दिया जाएगा.
10 वर्षों से अटका हुआ है मंझावली पुल तक बनने वाली सड़क का निर्माण
मंझावली पुल तक बनने वाली सड़क का निर्माण लगभग 10 वर्षों से अटका हुआ है. मुआवजा दर पर किसानों के साथ विवाद के कारण यह काम रुका हुआ था. हालांकि, अब सभी किसान सहमति जताते हुए जमीन देने के लिए तैयार हैं. जिला प्रशासन ने किसानों के साथ विवाद सुलझाकर भूमि खरीदने की प्रक्रिया को काफी आगे बढ़ा दिया है. फिलहाल, आवागमन के लिए कच्चे मार्ग का इस्तेमाल हो रहा है. फरीदाबाद जाने के लिए लोग मंझावली पुल तक ग्रेटर नोएडा की सीमा में बने कच्चे मार्ग से वाहनों का आवागमन कर रहे हैं. यह स्थिति खतरनाक है, क्योंकि अधूरी सड़क से गुजरने के कारण हादसे का खतरा बना रहता है. बारिश या लापरवाही के चलते कच्ची सड़क से वाहनों के फिसलने का डर भी बना हुआ है.
भूमि खरीद से पहले की जा रही है किसानों से सहमति
भूमि खरीद से पहले किसानों से सहमति मांगी जा रही है. अगले सप्ताह से प्रशासन जमीन पर कब्जा लेकर किसानों को मुआवजा वितरित करना शुरू कर देगा, जिसके बाद सड़क निर्माण का कार्य पूरा होगा. यह प्रक्रिया न केवल किसानों के लिए लाभकारी होगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी. इस परियोजना के पूरा होने के बाद ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच यात्रा करना आसान हो जाएगा. इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. प्रशासन की तत्परता और किसानों की सहमति से यह परियोजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है.