Noida International Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की उड़ान अब और सुरक्षित होगी. डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो की टीमों के निरीक्षण से पहले एयरपोर्ट पर सुरक्षा संबंधी सभी जरूरी तैयारियां तेजी से की जा रही हैं. इन्हीं तैयारियों के तहत एक इमरजेंसी एग्जिट गेट और उससे जुड़ी सड़क का निर्माण शुरू हो गया है. खास बात यह है कि इस कार्य में स्थानीय किसानों ने भी दिल खोलकर सहयोग दिया है, जिससे विकास की रफ्तार और मजबूत हो गई है.
दरअसल, एयरपोर्ट की सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए डीजीसीए ने पूर्वी दिशा में एक आपातकालीन निकास द्वार और उसके आगे सड़क बनाने के निर्देश दिए हैं. लेकिन एयरपोर्ट की बाउंड्री के बाहर उस दिशा में नागरिक उड्डयन विभाग के पास अपनी जमीन नहीं थी. सड़क निर्माण के लिए सात मीटर चौड़ी और 145 मीटर लंबी जमीन की जरूरत थी, जो जेवर के दस्तमपुर गांव के किसानों के खेत में आती है. सरकार और प्राधिकरण की ओर से जब किसानों से इस बाबत बात की गई, तो उन्होंने बिना किसी विरोध के तुरंत सहयोग देने की बात कही. किसानों ने न केवल विकास के महत्व को समझा, बल्कि बिना अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हुए भी अपनी जमीन पर काम शुरू करने की सहमति दे दी. यह कदम विकास के प्रति उनकी सकारात्मक सोच और देशहित में उनके योगदान को दर्शाता है.
शुक्रवार को निर्माण एजेंसी ने दस्तमपुर गांव में सड़क बनाने का कार्य शुरू कर दिया. उपजिलाधिकारी अभय सिंह के नेतृत्व में किसानों से वार्ता की गई और सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करते हुए निर्माण प्रक्रिया शुरू हो गई. किसानों का कहना है कि वे नहीं चाहते कि किसी भी तरह का विकास कार्य रुके, इसलिए उन्होंने बिना किसी शर्त के प्रशासन का साथ दिया. उपजिलाधिकारी अभय सिंह ने बताया कि प्रभावित किसानों की जमीन यीडा (Yamuna Authority) के प्रस्तावित अधिग्रहण क्षेत्र में है और बहुत जल्द यह जमीन नागरिक उड्डयन विभाग के नाम कर दी जाएगी. यह कदम सिर्फ सुरक्षा नहीं, बल्कि सरकार और जनता के बीच विश्वास और सहयोग का एक उदाहरण बन गया है.
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