Haryana News: हरियाणा के नूंह जिले में किसानों के एक समूह ने मंगलवार को अपनी जमीन के मुआवजे को लेकर प्रदर्शन किया. यह जमीन 2010 में औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (IMT) रोजका मेव के लिए अधिग्रहित की गई थी. किसानों का आरोप है कि उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिला है, जिससे वे नाराज हैं.
पुलिस ने 100 लोगों से अधिक लोगों के खिलाफ दर्ज किया मामला
प्रदर्शन के बाद पुलिस ने 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया, जिसमें 53 महिलाएं भी शामिल थीं. पुलिस ने बताया कि रोजका मेव थाने में 107 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई प्रदर्शनकारियों की मांगों को अनसुना करने के कारण की गई. किसान 28 फरवरी से धीरुडुका गांव में धरने पर बैठे हैं और उन्होंने आईएमटी रोजका मेव का निर्माण कार्य रोक दिया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे कार्य को आगे नहीं बढ़ने देंगे.
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पुलिस और किसानों के बीच हुई कहासुनी
प्रदर्शन के दौरान, पुलिस और किसानों के बीच कहासुनी हो गई. किसानों ने कहा कि उनकी मांगें पूरी नहीं होने तक वे किसी भी स्थिति में काम नहीं होने देंगे. इस दौरान एक बुजुर्ग महिला बेहोश हो गई, जिसे अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे. उन्होंने कहा कि वे अधिक जमीन मुआवजे की मांग कर रहे हैं और इसके लिए संघर्ष करने को तैयार हैं. किसान यह भी कह रहे थे कि चाहे उन्हें जेल जाना पड़े, वे अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे.
पुलिस ने कुछ किसानों को हिरासत में लिया और उन्हें थाने ले जाया गया. इसके बाद एचएसआईआईडीसी के एक अधिकारी की शिकायत पर 107 लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई.