Fatehabad News: फतेहाबाद में आज आंगनवाड़ी वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. सैकड़ों आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लघु सचिवालय के बाहर एक साथ मिलकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. इसके बाद ही वह लघु सचिवालय पहुंचे, जहां उन्होंने SDM को सीएम के नाम एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में उन्होंने सरकार से अपनी मांगें पूरी करने की अपील की और चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे आंदोलन की राह अपना सकते हैं.
ये हैं परेशानियां
आंगनवाड़ी वर्कर्स ने कई समस्याओं को उठाया, जिनमें मेन मुद्दे मोबाइल फोन की क्वालिटी और पोषण ट्रैकर ऐप से जुड़ी परेशानियों का समाधान न होना था. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा दिए गए मोबाइल फोन में केवल 3 GB रैम है, जो पोषण ट्रैकर ऐप को ठीक से चलाने के लिए अपर्याप्त है. विभाग हर महीने ऐप के वर्जन को बढ़ाता जा रहा है, जिससे ऐप इन फोन में सही तरीके से काम नहीं कर पाता है. इसके अलावा ऐप में THR भरते समय बेनिफिशियरी की फोटो की मांग की जाती है जो कई बार समस्या पैदा करती है. वर्कर्स ने यह भी कहा कि जब THR एक व्यक्ति द्वारा लिया जाता है, तो यह नियम हटाए जाए, क्योंकि कई बार बच्चों की दादी या मां ही खाना लेकर आती हैं.
फतेहाबाद में नहीं दिया गया मानदेय
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषण ट्रैकर ऐप के OTP की प्रक्रिया को लेकर भी अपनी चिंताएं जताई है. उन्होंने कहा कि ऐप में KYC करते समय OTP की मांग की जाती है, जो साइबर ठगी का डर पैदा करता है और इसलिए कई वर्कर्स OTP देने से भी डरते हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कई बार आंगनवाड़ी वर्कर्स को मानदेय रोकने और नोटिस जारी करने की धमकियां दी जा रही हैं, जो उनके मानसिक तनाव का कारण बन रही हैं. वर्कर्स ने यह भी आरोप लगाया कि कई सेंटरों में CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिससे महिलाओं की व्यक्तिगत गोपनीयता को खतरा हो सकता है. इसके अलावा, उन्होंने बताया कि यमुनानगर, करनाल और सिरसा जैसे जिलों में वर्कर्स को मानदेय मिल रहा है, लेकिन फतेहाबाद में हेल्पर और वर्कर का मानदेय अभी तक नहीं दिया गया है. उन्होंने मांग की कि इनका मानदेय शीघ्र जारी किया जाए.
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कर सकते हैं उग्र आंदोलन
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी दूसरी मांगों में खाली पड़े पदों को भरने और प्रमोशन में 50% कोटे की बात भी रखी. उन्होंने कहा कि केवल 25 प्रतिशत कोटे के बजाय उन्हें 50 प्रतिशत कोटा मिलना चाहिए, ताकि उनका कार्य और सम्मान बढ़ सके. इसके अलावा, यदि किसी वर्कर को अपने सेंटर के अलावा दूसरे आंगनवाड़ी का काम संभालना पड़ता है, तो उसे कम से कम आधा मानदेय अतिरिक्त दिया जाए. आंगनवाड़ी वर्कर्स के इस प्रदर्शन में शामिल नेताओं ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे आने वाले समय में और भी उग्र आंदोलन कर सकते हैं.