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GDA Plots in Madhuban Bapudham: अब नहीं देना होगा किराया और ईएमआई साथ-साथ, अपना घर होगा हकीकत

Ghaziabad Development Authority: मधुबन बापूधाम की कहानी उन हजारों सपनों की है जो प्लॉट मिलने के बाद भी अधूरे रह गए थे. साल 2004 में जब जीडीए ने इस योजना की नींव रखी, तो लोगों की आंखों में अपने घर का सपना चमक उठा. लेकिन ये सपना तब धुंधला पड़ गया जब जमीन अधिग्रहण को लेकर किसानों से विवाद शुरू हो गया और विकास का पहिया थम गया.

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GDA Plots in Madhuban Bapudham: अब नहीं देना होगा किराया और ईएमआई साथ-साथ, अपना घर होगा हकीकत
GDA Plots in Madhuban Bapudham: अब नहीं देना होगा किराया और ईएमआई साथ-साथ, अपना घर होगा हकीकत
PUSHPENDER KUMAR|Updated: May 11, 2025, 07:52 AM IST
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Madhuban Bapudham Yojana: गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम योजना के हजारों आवंटियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. जीडीए (गाजियाबाद विकास प्राधिकरण) ने यहां बी पॉकेट के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइन को आखिरकार शिफ्ट कर दिया है. इस फैसले से करीब ढाई हजार परिवारों को राहत मिली है, जो अब बिना डर और परेशानी के अपने सपनों का घर बना सकेंगे.

साल 2004 में जीडीए ने मधुबन बापूधाम योजना की शुरुआत की थी. बाद में यहां पॉकेटवार लेआउट बनाकर 2011 से 2015 के बीच प्लॉट आवंटित किए गए. लेकिन योजना की शुरुआत में किसानों के साथ जमीन अधिग्रहण को लेकर विवाद हुआ, जिससे इसका काम कई सालों तक रुका रहा. ऊपर से एक बड़ी परेशानी यह थी कि बी पॉकेट समेत कई इलाकों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी, जिसके चलते लोग चाहकर भी अपने प्लॉट पर मकान नहीं बना पा रहे थे. इस कारण कई लोग मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान थे. कई आवंटियों ने बैंक से लोन लेकर प्लॉट खरीदे थे और अब वो हर महीने ईएमआई भर रहे थे. साथ ही, जिस किराए के घर में वे रह रहे हैं, उसका किराया भी दे रहे थे. लेकिन जिस जमीन पर अपना घर बनाना था, वहां हाईटेंशन लाइन के कारण कोई काम शुरू नहीं कर पा रहे थे. अब जीडीए की ओर से हाईटेंशन लाइन हटाए जाने के बाद उनके लिए राहत की सांस लेने का समय आ गया है.

हालांकि, अभी भी कुछ समस्याएं बाकी हैं. कई पॉकेट में अभी सड़कें नहीं बनी हैं, जिससे लोग अपने प्लॉट तक पहुंच भी नहीं पा रहे हैं. निर्माण कार्य शुरू करने में भी मुश्किल हो रही है क्योंकि वहां तक गाड़ियां नहीं जा सकतीं. यहां ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, अफॉर्डेबल ग्रुप हाउसिंग और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माण कार्य जारी हैं. साथ ही, बुनकर मार्ट और कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स भी बनाए जा रहे हैं. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा कि हम योजना का तेजी से विकास कर रहे हैं और आवंटियों को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसका पूरा ध्यान रख रहे हैं. आवंटी अब उम्मीद से भरे हैं – उन्हें अपना घर बनाने से कोई नहीं रोक सकता.

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