Ghaziabad News: शहर में तेजी से विकसित होती अवैध कॉलोनियों पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की टीम ने गुरुवार को जोन एक में 10 बीघे भूमि पर हो रही अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया. इस दौरान मौके पर मौजूद निर्माणकर्ताओं ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी की नहीं सुनी और बुलडोजर चला दिया.
सिहानी सद्दीकनगर में अवैध प्लाटिंग
गाजियाबाद के सिहानी सद्दीकनगर क्षेत्र में रोहताश त्यागी, मोनिंदर त्यागी और विकास त्यागी द्वारा खसरा संख्या 424 पर अवैध रूप से कॉलोनी बसाने का कार्य किया जा रहा था. इस भूमि पर मिट्टी भराई के साथ-साथ बाहरी बाउंड्रीवॉल और सड़क का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका था. हालांकि, कॉलोनी के लिए जीडीए से कोई मान्यता नहीं ली गई थी, जिससे यह पूरी तरह अवैध थी.
बुलडोजर से ढहाई गई दीवारें और सड़कें
गुरुवार सुबह जैसे ही जीडीए की टीम मौके पर पहुंची, निर्माणकर्ताओं ने कार्रवाई रोकने की अपील की, लेकिन अधिकारियों ने किसी की एक न सुनी. बुलडोजर की मदद से बाउंड्रीवॉल को तोड़ दिया गया और बनाई गई सड़क को भी ध्वस्त कर दिया गया. जीडीए के अधिकारियों ने चेतावनी दी कि बिना मंजूरी के किसी भी भूमि पर प्लाटिंग करना गैरकानूनी है और भविष्य में इस तरह की कोई भी कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
लोगों को किया गया जागरूक
कार्रवाई के दौरान जीडीए अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों को जागरूक भी किया. उन्होंने बताया कि किसी भी भूमि को खरीदने से पहले उसकी वैधता की जानकारी अवश्य लें. यदि कोई व्यक्ति अवैध कॉलोनी में प्लॉट खरीदता है, तो भविष्य में उसे कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ सकता है.
अवैध निर्माण पर रहेगी सख्त नजर
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि शहर में बिना स्वीकृति के कॉलोनी बसाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए समय-समय पर निरीक्षण किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर बुलडोजर चलाया जाएगा. प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद शहर में अवैध प्लाटिंग करने वालों में हड़कंप मच गया है. जीडीए ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्रलोभन में आकर अवैध कॉलोनियों में जमीन न खरीदें, अन्यथा उन्हें भविष्य में नुकसान उठाना पड़ सकता है.
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