Ghaziabad Health Department Raid: अब तक आपने अस्पतालों, नर्सिंग होम और क्लिनिक पर भ्रूण परीक्षण के मामले सुने होंगे, लेकिन गाजियाबाद में ईस्टर्न पेरीफेरल वे पर कार के अंदर लिंग जांच की घटना ने सबको हैरान कर दिया. गाजियाबाद और हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन के दौरान बिचौलिए की भूमिका निभाने वाली एक महिला को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य आरोपी भाग निकले. आरोपी महिलाएं ग्राहकों को भ्रूण परीक्षण करने वालों से मिलाने का काम करती थीं.
दरअसल पिछले काफी समय से स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना मिल रही थी कि लिंग जांच में शामिल लोग पकड़े जाने के डर से कार में भ्रूण जांच का गुनाह कर रहे हैं. पुलिस से बचने के लिए आरोपी अलग-अलग जगह ग्राहक को बुलाते थे.
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महिला को फर्जी ग्राहक बनाकर पकड़ा
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एक प्लान बनाया. एक महिला को फर्जी ग्राहक बनाकर भेजा गया. इस महिला ने लिंग जांच की इच्छा जताई. कई बार संपर्क करने के बाद इस काम में बिचौलिए की भूमिका निभाने वाली महिला मीनाक्षी त्यागी भ्रूण परीक्षण के लिए तैयार हो गई. सौदा 35 हजार में तय हुआ. महिला से एडवांस के तौर पर 16500 रुपये पहले ही ले लिए गए.
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इसके बाद तयशुदा दिन महिला को गाजियाबाद घुमाते हुए ईस्टर्न पेरीफेरल वे के रास्ते मटियाला गांव के पास एक सुनसान जगह पर ले जाया गया. यहां पहले से खड़ी एक सिल्वर कलर की कार में महिला का भ्रूण परीक्षण किया गया. आरोपियों ने उसे लिंग की पहचान भी साफ-साफ बता दी.
खुद को घिरा देख भागे दो आरोपी
इसी बीच पहले से तैयार स्वास्थ्य विभाग की टीम जा धमकी. पकड़े जाने के डर से कार का ड्राइवर और लिंग जांच करने वाला शख्स गाड़ी में बैठकर फरार हो गया. डॉक्टरों के मुताबिक आरोपी कार को इतनी तेजी से लेकर भागे कि उन्हें पकड़ने वाली टीम बाल-बाल बची. हालांकि टीम ने बिचौलिए की भूमिका में मौजूद मीनाक्षी त्यागी उर्फ मीनू त्यागी को पकड़ लिया और इसके बाद उन्हें मसूरी थाना पुलिस के हवाले कर दिया. डिप्टी सीएमओ अनुराग संजोग ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच कर रही है.