Crime News: गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में रविवार रात नोएडा पुलिस कर्मी सौरभ की हत्या के बाद फरार दो आरोपियों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दो बदमाशों नन्हे और अब्दुल के पैर में गोली मार दी. पुलिस ने घायल बदमाशों को अस्पताल में भर्ती कराया. मसूरी की एसीपी लिपि नगाइच ने इसकी पुष्टि की.
पुलिस ने दोनों के पास से दो तमंचे, कारतूस और एक बाइक बरामद की है. इसके बाद रात को दो और हमलावर पुलिस के हत्थे चढ़ गए. इनकी पहचान मुशाहिद और अब्दुल खालिक के रूप में हुई. पुलिस फिलहाल मुख्य आरोपी कादिर के भाई समेत अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है.
सोमवार शाम सिपाही सौरभ का गृह जनपद शामली के बधैव कन्नूखेड़ा गांव में पूरे सम्मान के साथ किया गया. दौरान कई आलाअधिकारी मौके पर मौजूद रहे. सौरभ कुमार 2016 में भर्ती हुए थे नोएडा पहली पोस्टिंग हुई थी. वह पत्नी आयुषी के साथ सेक्टर 122 में रह रहे थे. 2016 में उनकी शादी हुई थी. पत्नी फिलहाल मायके गई थी. रविवार मुठभेड़ से कुछ घंटे पहले उसने सौरभ से खाना खाने को खाना खाने को कहा था. जवाब ने सौरभ ने कहा कि वह एक काम से बाहर जा रहा है.
पीड़ित परिवार को पुलिस ने आर्थिक मदद
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने अपने वेतन से एक लाख रुपये सौरभ के परिवार को दिए. जिले में तैनात सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों ने अपने वेतन से एक दिन की अनुग्रह धनराशि देने का निर्णय लिया है. करीब 75 लाख रुपये आर्थिक सहायता पुलिस की ओर से पीड़ित परिवार को दी गई. दोस्तों के मुताबिक सौरभ काफी समय से घूमने नहीं गया था और अगले महीने पत्नी के साथ घूमने के कहीं जाने वाला था. उसने 10 की छुट्टी लेने का मन बनाया था. दो भाइयों में वह छोटा था, जबकि पिता और बड़ा भाई गांव में खेती करते हैं.
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