Faridabad News: फरीदाबाद शहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए ईस्ट-वेस्ट कनेक्टिविटी परियोजना की आवश्यकता महसूस की जा रही है. यह परियोजना ग्रेटर फरीदाबाद (ग्रेफ) को एनआईटी से जोड़ने का कार्य करेगी. इससे न केवल यातायात की समस्या हल होगी, बल्कि समय की भी बचत होगी. अप्रैल में इस परियोजना को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय निवासियों को राहत मिलेगी.
इस परियोजना के लिए पहले 1,500 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित था, लेकिन अब इसमें लगभग 500 करोड़ रुपये की वृद्धि की गई है. इस प्रकार, कुल लागत 2,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. यह वृद्धि इस बात का संकेत है कि परियोजना के महत्व को समझा गया है और इसे प्राथमिकता दी जा रही है. हरियाणा के बजट में इस परियोजना को फंड उपलब्ध कराने के लिए फरीदाबाद मास्टर डेवलपमेंट अथॉरिटी (एफएमडीए) ने सरकार के साथ पत्राचार शुरू कर दिया है. इससे परियोजना पर काम शुरू करने की संभावना बढ़ गई है. शहर में सैनिक कॉलोनी से ग्रेटर फरीदाबाद को जोड़ने के लिए वर्तमान में कोई सीधी सड़क नहीं है, जिससे यातायात में बाधा उत्पन्न होती है.
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इस कनेक्टिविटी के अभाव के कारण वाहन चालकों को ग्रेफ पहुंचने के लिए कई जगहों पर चक्कर लगाना पड़ता है. चौक-चौराहों पर लंबे जाम से जूझना पड़ता है, जिससे यात्रा का समय बढ़ जाता है. ऐसे में, यह परियोजना न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि समय की भी बचत करेगी. एफएमडीए ने इस परियोजना के तहत सैनिक कॉलोनी को ग्रेफ से जोड़ने के लिए दो सीधी सड़कें बनाने की योजना बनाई है. इनमें कई स्थानों पर एलिवेटेड फ्लाईओवर और अंडरपास भी प्रस्तावित हैं. पहले से ही, सैनिक कॉलोनी मस्जिद मोड से ईएसआईसी चौक तक और सेक्टर-12 से बीपीटीपी चौक तक एलिवेटेड फ्लाईओवर का प्रस्ताव शामिल किया गया है.
एफएमडीए के मुख्य अभियंता रमेश बागड़ी के अनुसार, इन दोनों फ्लाईओवर के निर्माण से बजट में वृद्धि हुई है. अधिकारियों को उम्मीद है कि हरियाणा सरकार के आगामी बजट में इस परियोजना को फंड मिल सकता है. इससे यातायात की समस्याओं का समाधान होगा और शहर के विकास में तेजी आएगी.