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Baba Bageshwar: पंचकूला में धीरेंद्र शास्त्री की कथा के पहले दिन पहुंचे CM सैनी, इस मंत्री को भी मंच पर नहीं मिली जगह

Baba Bageshwar: धीरेंद्र शास्त्री की काथ में मंच पर पंडित के साथ मुख्यमंत्री नायब सैनी और राज्यपाल के बैठने की व्यवस्था थी. हालांकि, मुख्यमंत्री और गवर्नर दोनों कार्यक्रम में नहीं पहुंचे, जिससे लोगों में चर्चा रही. वहीं, हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल को भी मंच पर स्थान नहीं दिया गया, जिससे सियासी हलकों में हलचल देखी गई. 

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Baba Bageshwar: पंचकूला में धीरेंद्र शास्त्री की कथा के पहले दिन पहुंचे CM सैनी, इस मंत्री को भी मंच पर नहीं मिली जगह
Zee Media Bureau|Updated: May 26, 2025, 11:18 PM IST
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Baba Bageshwar Dhirendra Shastri Katha: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 26 मई से पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में श्री हनुमंत कथा कर रहे हैं. यह पहला मौका है, जब वे पंचकूला में कथा कर रहे हैं और ट्राइसिटी के लोगों में इसे लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया. कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु पहुंचे और भयंकर भीड़ के बीच कथा का आयोजन हुआ. 

भीड़ को देखते हुए 28 हजार लोगों के बैठने के लिए 210 बाई 700 फीट का पंडाल लगाया गया है, जबकि 120 बाई 180 फीट का स्टेज तैयार किया गया, जिस पर धीरेंद्र शास्त्री के साथ मुख्यमंत्री नायब सैनी और राज्यपाल के बैठने की व्यवस्था गई. हनुमंत कथा में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आरती के समय पहुंचे. त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब, कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा, पूर्व विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता भी कार्यक्रम में पहुंचे. वहीं, हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल को मंच पर स्थान नहीं दिया गया, जिससे सियासी हलकों में हलचल देखी गई. 

बता दें कि कथा के उपलक्ष्य में रविवार को भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें 2300 महिलाएं शामिल हुई. धार्मिक गीतों के साथ यह यात्रा शहर में निकाली गई. हालांकि, रविवार को हो रही बारिश के कारण शालीमार ग्राउंड में कीचड़ फैल गया, जिससे लोगों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा.   

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धीरेंद्र शास्त्री पहले भी हरियाणा के पानीपत में कथा कर चुके हैं. वहां उन्होंने हनुमंत कथा अमृत महोत्सव के दौरान संतों में तूफान और राम राज्य जैसे हिंदुस्तान लाने का आह्वान किया था. इसके अलावा, उन्होंने दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पदयात्रा करने की घोषणा की थी. शास्त्री ने हनुमान कथा का महत्व बताया और कहा कि कथा सुनने वाले एक दिन सेठ जरूर बनेंगे. 

Input: Divya Rani 

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