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Haryana News: रोहतक PGI में कैंसर वार्ड की बालकनी से मरीज ने लगाई छलांग, बेटा बोला- मां चिल्लाती रही मगर...

Rohtak Crime News: मरीज की पहचान 61 वर्षीय सुरेश कुमार के रूप में हुई है. वह सुनारिया के रहने वाले हैं. उनके बेटे प्रदीप ने बताया है कि 6 मई को उसके पिता सुरेश का PGI में ऑपरेशन डुआ था. उन्हें गले का कैंसर है. अब तक उनका 3 बार ऑपरेशन हो चुका है, लेकिन वह ठीक नहीं हो रहे. 

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Haryana News: रोहतक PGI में कैंसर वार्ड की बालकनी से मरीज ने लगाई छलांग, बेटा बोला- मां चिल्लाती रही मगर...
Zee Media Bureau|Updated: May 24, 2025, 05:15 PM IST
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Rohtak Crime News: हरियाणा के रोहतक PGI में शनिवार को कैंसर के एक मरीज ने अपने कमरे की बालकनी से छलांग लगा दी. इस मरीज को गले का कैंसर है, जिसका 3 बार ऑपरेशन हो चुका है. यह खुद को खत्म करने के लिए दूसरी मंजिल से कूदा था. हालांकि, उसकी जान बच गई. इसकी जानकारी होते ही अस्पताल के कर्मचारी मरीज को वापस उठा ले गए और उसका इलाज किया. दूसरी मंजिल से गिरने पर मरीज के गले के टांके खुल गए हैं. हालांकि, उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. 

परिजनों का कहना है कि मरीज ने आत्महत्या करने की कोशिश की है. जबकि, PGI प्रशासन का कहना है कि हमारे संज्ञान में मामला ही नहीं है. अगर कुछ ऐसा होता है तो उसकी जांच की जाएगी.

6 मई को हुआ था कैंसर का ऑपरेशन
मरीज की पहचान 61 वर्षीय सुरेश कुमार के रूप में हुई है. वह सुनारिया के रहने वाले हैं. उनके बेटे प्रदीप ने बताया है कि 6 मई को उसके पिता सुरेश का PGI में ऑपरेशन डुआ था. उन्हें गले का कैंसर है. अब तक उनका 3 बार ऑपरेशन हो चुका है, लेकिन वह ठीक नहीं हो रहे. 

लंबे समय से बीमार है मरीज, ठीक नहीं हो रहा 
मरीज के बेटे प्रदीप ने कहा कि PGI में उसके पिता को वार्ड-8 की दूसरी मंजिल पर भर्ती किया गया है. वह लंबे समय से बीमार हैं, खाने से ज्यादा दवाइयां खा रहे हैं. इसलिए वह ऊब गए हैं. शायद यही कारण रहा होगा कि उन्होंने बालकनी से कूदकर खुद को खत्म करने की कोशिश की. 

पल्नी को अनसुना कर बालकनी से लगाई छलांग
प्रदीप ने कहा कि वार्ड में बेड के पास उसकी मां भी बैठी हुई थीं. मां बुलाती रह गईं, लेकिन पिता अनसुनी कर बालकनी की ओर बढ़ते ही चले गए. फिर वहां से वह कूद गए. हालांकि, अभी उनकी हालत खतरे से बाहर है. डॉक्टर का कहना है कि अंदरूनी चोटों की जांच की जा रही है.

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गले और सीने के टांके खुले 
मरीज के बेटे का कहना है कि पिता का जब ऑपरेशन किया गया था, तब गले के लिए मांस की जरूरत थी. डॉक्टर ने तब उनके सीने से ही मांस निकालकर गले पर लगाया था. अभी गले और सीने दोनों जगहों पर टांके लगे हुए थे. दूसरी मंजिल से गिरने पर उनके दोनों जगहों के टांके खुल गए हैं. अब उनहें फिर से भरने में समय लगेगा. 

इस मामले में PGI के PRO डॉ. वरुण अरोड़ा का कहना है कि यह मामला हमारे संज्ञान में नहीं है. उन्होंने कहा- ऐसी कोई घटना PGI में नहीं हुई है. फिर भी अगर इस तरह का कोई मामला सामने आता है तो उसकी जांच की जाएगी. 

INPUT: RAJ TAKIYA 

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