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पूरे हरियाणा में डॉक्टर हड़ताल पर, सरकारी अस्पतालों में केवल आपातकालीन सेवाएं रहीं बहाल

हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के कुरुक्षेत्र प्रधान डॉ. प्रदीप नागर ने बताया कि डॉक्टरों की प्रमुख मांगों में पीजी में बॉन्ड पॉलिसी में बदलाव, SMO की सीधी भर्ती पर रोक व स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के लिए अलग से कैडर बनाने की डिमांड शामिल है.

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पूरे हरियाणा में डॉक्टर हड़ताल पर, सरकारी अस्पतालों में केवल आपातकालीन सेवाएं रहीं बहाल
Zee Media Bureau|Updated: Dec 27, 2023, 01:28 PM IST
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Doctors Strike: विशेषज्ञ चिकित्सकों को अलग कैडर समेत अन्य मांगों को लेकर आज हरियाणा के  करीब 3000 डॉक्टर आज हड़ताल पर रहे. इस दौरान प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद रही. हड़ताल के चलते प्रदेशभर के लगभग 50000 मरीज प्रभावित हुए. हालांकि इस दौरान अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं बहाल रहीं. 

हड़ताल करने वाले सरकारी डॉक्टरों का कहना है कि विशेषज्ञ डॉक्टर के लिए अलग कैडर बने, जिसे पिछले 2 साल से सरकार ने लागू नहीं किया. सर्विस में रहते पीजी करने के लिए एक-एक करोड़ के दो बॉन्ड भरने पड़ते हैं. उसे पहले की तरह आधा किया जाए, इसके अलावा सीधी भर्ती न करके पदोन्नति के माध्यम से सीनियर मेडिकल ऑफिसर बनाए जाए.

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर 28 दिसंबर तक मांगें नहीं मानी गईं तो पूरे प्रदेश में 29 दिसंबर से पूर्ण हड़ताल की जाएगी. सिविल हॉस्पिटल के डॉ गुंजन व डॉ. जसवीर ने बताया कि सरकार उन्हें हर बार आश्वासन ही दे रही है. उनकी मांगों के ऊपर कोई गौर नहीं किया जा रहा है. डॉक्टरों का ये भी कहना है कि बॉन्ड राशि को 50 लाख रुपये किया जाए. 

पंचकूला के सेक्टर 6 स्थित अस्पताल में हड़ताल पर रहे डॉक्टरों ने एसीपी योजना लागू करने, डॉक्टरों के लिए विशेष कैडर का गठन, एसएमओ की सीधी भर्ती पर रोक और पीजी के लिए बॉन्ड राशि एक करोड़ से 50 लाख करने की मांग है. 

यमुनानगर में हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉक्टर विपिन गोंदवाल के नेतृत्व में सभी डॉक्टरों ने सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर रोष प्रकट किया। इससे पहले डॉक्टरों ने 9 दिसंबर को दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल की थी.

 

सोनीपत में भी डॉक्टर हड़ताल पर रहे. नागरिक अस्पताल के प्रधान चिकित्सक डॉ लखबीर ने बताया कि हड़ताल को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विच व उच्च अधिकारी बातचीत कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञों के लिए अलग से कैडर बनाने की मांग की जा रही है. इसको सीएम की घोषणा में शामिल किया गया था. दो साल बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. एसोसिएशन की ओर से स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी लिखित में दिया गया था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है.

हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के कुरुक्षेत्र प्रधान डॉ. प्रदीप नागर ने बताया कि डॉक्टरों की प्रमुख मांगों में पीजी में बॉन्ड पॉलिसी में बदलाव, SMO की सीधी भर्ती पर रोक व स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के लिए अलग से कैडर बनाने की डिमांड शामिल है.

हिसार में डॉक्टर्स ने CMO दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वो शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.

 

 

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