Haryana Farmers Protest: हरियाणा-पंजाब के खनौरी, शंभू और दाता सिंह वाला बॉर्डर पर 13 महीने से आंदोलन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डलल्लेवाल समेत लगभग 50 किसानों को चंडीगढ़ में पुलिस ने हिरासत में लिया है. जिसके चलते हरियाणा के दाता सिंह वाला बार्डर पर जिंद पुलिस बल की तैनाती की गई है.
हरियाणा के दाता सिंह वाला बॉर्डर पर नरवाना की तरफ शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की 6 कंपनियां तैनात की गई हैं. डीएसपी नरवाना अमित भाटिया ने खनौरी बॉर्डर पर कमान संभाली हुई है. प्रशासन अलर्ट है कि किसान नेताओं की गिरफ्तारी के बाद आंदोलन उग्र रूप न लें. इसके लिए पहले ही बॉर्डर व आसपास के नाकों पर पुलिस को अलर्ट किया गया, लेकिन पूरी तरह हरियाणा में माहौल शांत है.
हिरासत में लिए गए सरवन सिंह पंढ़ेर, जगजीत सिंह डल्लेवाल, मंजीत सिंह राय समेत कई बड़े किसान नेताओं को पंजाब पुलिस बहादुरगढ़ कमांडो पुलिस ट्रेनिंग सेंटर लेकर आई है. वहीं पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा बनाए गए अस्थायी ढांचों को हटाया जा रहा है. सभी किसानों को मौके से हटा दिया गया है. किसानो की मीटिंग में पंजाब सरकार के प्रतिनिधियों ने किसानों से रास्ता खोलने की अपील की. लोगों को होने वाली परेशानी को देखते हुए पंजाब सरकार ने किसानों से कहा की वो रास्ता खोल दे. मगर किसानों ने पंजाब सरकार की बात मानने से इनकार कर दिया.
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किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, किसानों पर साजिश के तहत हमला किया जा रहा है. सिर्फ पंजाब ही नहीं बल्कि पूरा किसान समुदाय आज एक बड़े हमले का सामना कर रहा है. चंडीगढ़ में एक बैठक हुई थी, जिसमें तय हुआ था कि अगले दौर की बातचीत 4 मई को होगी, लेकिन उन पर (किसानों पर) पीछे से हमला किया गया और उन्हें धोखा दिया गया. सड़क को किसानों ने नहीं बल्कि सरकार ने रोका है. किसान दिल्ली आना चाहते हैं.
पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर पुलिस कार्रवाई पर पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने कहा, किसान लंबे समय से शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. आज ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने उन्हें उचित चेतावनी देने के बाद इलाके को खाली कराया. कुछ लोगों ने घर जाने की इच्छा जताई. इसलिए उन्हें बस में बैठाकर घर भेजा गया. इसके अलावा, यहां पर मौजूद ढांचों और वाहनों को हटाया जा रहा है. पूरी सड़क को साफ करके यातायात के लिए खोल दिया जाएगा. हरियाणा पुलिस भी अपनी कार्रवाई शुरू करेगी. उन्होंने कहा, एक बार जब यह उनकी तरफ से खुल जाएगा, तो राजमार्ग पर आवाजाही फिर से शुरू हो जाएगी. हमें किसी भी बल का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि कोई प्रतिरोध नहीं था. किसानों ने अच्छा सहयोग किया और वे खुद ही बसों में बैठ गए.