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Ayushman Yojana: पहले फ्री इलाज और अब दर-दर की ठोकरें, हरियाणा में आयुष्मान योजना बनी मरीजों के लिए परेशानी

Haryana Ayushman Yojana News: केंद्र सरकार द्वारा गरीब और निम्न मध्यम आय वाले लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने के लिए आयुष्मान कार्ड योजना शुरू की गई है, लेकिन हरियाणा के प्राइवेट अस्पतालों में इस योजना के तहत मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है. सरकार द्वारा पैसों का भुगतान नहीं करने की वजह से अस्पतालों ने ये फैसला लिया है. 

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Ayushman Yojana: पहले फ्री इलाज और अब दर-दर की ठोकरें, हरियाणा में आयुष्मान योजना बनी मरीजों के लिए परेशानी
Divya Agnihotri|Updated: Jul 03, 2024, 11:18 AM IST
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Haryana Ayushman Yojana: 1 जुलाई से हरियाणा के सभी निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत गरीबों का इलाज बंद कर दिया गया है, जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. दरअसल, प्राइवेट अस्पतालों को सरकार की तरफ से भुगतान नहीं किया गया है, जिसकी वजह से प्राइवेट अस्पतालों ने इलाज करने से इनकार कर दिया है. सरकार की लापरवाही की वजह से इलाज के लिए पहुंच रहे लोगों को मजबूरी में धक्के खाने पड़ रहे हैं. 

क्या है आयुष्मान कार्ड योजना?
केंद्र सरकार द्वारा गरीब और निम्न मध्यम आय वाले लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड योजना शुरू की गई है. इस  स्वस्थ संबंधित सरकारी योजना में कार्ड धारक निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं. हाल ही में संसद में अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस योजना का जिक्र किया. द्रौपदी मुर्मू ने इस योजना के अंतर्गत 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को भी मुफ्त में इलाज देने की बात कही थी. 

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हरियाणा में कहां फंसा पेंच
हरियाणा में लगभग 1.3 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्डधारक हैं, जो प्रदेश के लगभग 600 प्राइवेट अस्पातालों में आयुष्मान कार्ड योजना के तहत इलाज कर रहे थे. पिछले कुछ समय से अस्पताल संचालकों को इस योजना के तहत किए गए इलाज के पैसों का भुगतान नहीं किया गया, जिसकी वजह से अब अस्पताल संचालकों ने इलाज करने से इनकार कर दिया है. मिली जानकारी के अनुसार,  प्रदेश भर के प्राइवेट अस्पतालों के लगभग 200 करोड़ रुपये का भुगतान सरकार द्वारा नहीं किया गया है, जिसकी वजह से निजी अस्पताल संचालकों ने इलाज करने से इनकार कर दिया है. 

मरीजों की बढ़ी परेशानी
आयुष्मान योजना के तहत इलाज बंद होने के बाद मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. नूंह के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीज शमशेर ने बताया कि उनकी रीड की हड्डी की नस दबी है. डॉक्टर ने ऑपरेशन करने के लिए कहा है, लेकिन उनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं है. आयुष्मान कार्ड बंद कर दिया है, अब हम अब कहा जाएं. अगर सरकार के पास पैसे नहीं थे तो उन्हें इस योजना को लागू नहीं करना था और अगर लागू कर दिया तो योजना को ऐसे बंद नहीं होने देना चाहिए था. 

अस्पताल में पहुंचे एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि मैं अपने लड़के के नाक का ऑपरेशन करवाने के लिए आया हूं, लेकिन आयुष्मान कार्ड के कारण डॉक्टर ने हमें मना कर दिया है. डॉक्टरों का कहना है कि आयुष्मान कार्ड के रुपये नहीं आते. गरीब आदमी को आयुष्मान कार्ड के तहत मिलने वाली इस सुविधा को बंद कर दिया गया है. मेरी सरकार से गुजारिश है कि इसे फिर से शुरू किया जाए. हरियाणा के अलग-अलग निजी अस्पतालों में पिछले 2 दिनों से कई लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन आयुष्मान योजना के तहत इलाज नहीं मिलने की वजह से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है.

Input- Gulshan

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