चंडीगढ़: चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मंत्रियों और विधायकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक कर उन्हें जनता से जुड़ने और सेवा भाव से काम करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं. यह बैठक न सिर्फ प्रशासनिक दृष्टि से अहम थी बल्कि इसमें जनसेवा की भावना भी झलकती है.
मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे सप्ताह में मंगलवार और बुधवार को अनिवार्य रूप से चंडीगढ़ में मौजूद रहें. इन दिनों वे अपने-अपने विभागों की बैठकें करेंगे. योजनाओं की समीक्षा करेंगे और सबसे महत्वपूर्ण आम लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनेंगे. मुख्यमंत्री का मानना है कि जब मंत्री खुद लोगों से मिलेंगे, तो समस्याओं का समाधान तेजी से होगा और जनता को राहत मिलेगी. इसके अलावा उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई मंत्री किसी अन्य जिले में जाता है तो वहां के स्थानीय विधायक और जिलाध्यक्ष को पूर्व सूचना देना अनिवार्य होगा. इसका उद्देश्य समन्वय बनाना और प्रशासनिक कामकाज को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाना है.
मुख्यमंत्री ने सिर्फ मंत्रियों को ही नहीं विधायकों को भी सेवा का संदेश दिया. उन्हें निर्देशित किया गया है कि वे हर 15 दिनों में कम से कम एक बार अपने जिले के कार्यालय में उपस्थित रहें. वहां वे कार्यकर्ताओं और आम जनता से मिलेंगे उनकी बात सुनेंगे और समाधान की दिशा में काम करेंगे. यह पहल जनता के बीच सरकार की सीधी पहुंच सुनिश्चित करने का एक मजबूत प्रयास है. इससे न केवल लोगों की समस्याएं स्थानीय स्तर पर ही हल होंगी बल्कि सरकार और जनता के बीच विश्वास और संवाद का पुल भी मजबूत होगा.
मुख्यमंत्री नायब सैनी का यह कदम दिखाता है कि हरियाणा सरकार जनसेवा को लेकर गंभीर है. यह केवल निर्देश नहीं बल्कि एक नई सोच और काम करने की नीयत को दर्शाता है. जहां नेता जनता के बीच होंगे उनकी बातें सुनेंगे और समाधान देंगे. हरियाणा में यह नई पहल निश्चित ही प्रशासन को और जवाबदेह, संवेदनशील और प्रभावशाली बनाएगी जो किसी भी लोकतंत्र की असली ताकत होती है.
इनपुट- विजय राणा
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