Surajkund Mela: अब हरियाणा में वर्ष में दो बार सूरजकुंड मेले का आयोजन किया जाएगा. यह निर्णय प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया है, जिससे स्थानीय शिल्पियों और कलाकारों को एक मंच प्रदान किया जा सकेगा. यह मेला दीवाली के दौरान आयोजित किया जाएगा, जो सात से 10 दिन तक चलेगा.
पिछले साल 2023 में किया गया था दिवाली मेले का आयोजन
इस बार दीवाली मेले का स्वरूप कुछ अलग होगा. पिछले वर्ष 2023 में 3 से 10 नवंबर तक दीवाली मेला आयोजित किया गया था, लेकिन 2024 में इसे नहीं लगाया जा सका. अब फिर से मेले के आयोजन की घोषणा की गई है. इस अवसर पर स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा. सूरजकुंड मेले में दिल्ली और हरियाणा के कलाकारों को प्राथमिकता दी जाएगी. सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जिसमें देश-विदेश के शिल्पियों और कलाकारों को आमंत्रित किया जाता है. इस वर्ष, 38वें सूरजकुंड मेले में 42 देशों के 648 हुनरमंद शिल्पकार शामिल हुए थे.
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इस बार मेले में बिम्सटेक के 7 देशों को बनाया गया था भागीदार
इस बार मेले में बिम्सटेक के सात देशों को भागीदार बनाया गया था. बिम्सटेक में भारत, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड और श्रीलंका शामिल हैं. इस वर्ष पहली बार दो राज्यों- ओडिशा और मध्यप्रदेश को 'थीम स्टेट' बनाया गया था, जो मेले की विविधता को बढ़ाता है. हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से मेले के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने अपने मोबाइल एप्लीकेशन और मेट्रो स्टेशन पर सूरजकुंड मेले की टिकट की बिक्री शुरू की थी. इससे मेले में आने वाले लोगों को सुविधा होगी.