Haryana News: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपायुक्तों को यमुना नदी के साथ शहर की सभी ड्रेन की सफाई के लिए निर्देश जारी किए हैं. यह कदम बारिश के दिनों में शहर की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए उठाया गया है. बारिश के मौसम में पानीपत की ड्रेन की हालत बेहद खराब हो जाती है, जिससे स्थानीय निवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
लंबे समय से नहीं हुई ड्रेन की सफाई
पानीपत ड्रेन 1 की स्थिति बेहद चिंताजनक है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह ड्रेन पॉलिथीन से भरी हुई है और इसकी सफाई की दिशा में कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया है. पिछले दो वर्षों से इस ड्रेन की सफाई नहीं हुई है, जिससे गर्मियों के मौसम में बीमारियों का डर बना रहता है. बारिश के दौरान ड्रेन ओवरफ्लो होकर सड़कों पर गंदा पानी जमा कर देती है. स्थानीय निवासियों ने अपनी चिंताओं को साझा करते हुए कहा कि सफाई का ध्यान नहीं रखा गया तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार ने पानीपत को स्मार्ट सिटी बनाने का वादा किया था, लेकिन यहां गंदगी का ढेर लगा हुआ है. लोग चाहते हैं कि ड्रेन के साथ-साथ सभी डंपिंग पॉइंट्स की भी सफाई की जाए, क्योंकि इससे बीमारियों का फैलाव हो रहा है.
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जल्द ही शुरू करवाया जाएगा सफाई का कार्य
एक स्थानीय महिला निवासी ने बताया कि मरे हुए जानवर अक्सर ड्रेन के किनारे गिर जाते हैं, जिससे बदबू फैलती है और बच्चों को बीमारियों का खतरा रहता है. यह स्थिति बेहद चिंताजनक है और इसे तत्काल सुधारने की आवश्यकता है. नगर निगम कमिश्नर डॉ. पंकज यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार सफाई कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा. उन्होंने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि ड्रेन में केमिकल युक्त पानी भी छोड़ा जा रहा है, जिसके लिए 35 पॉइंट चिन्हित किए गए थे, जिनमें से 9 पॉइंट को बंद कर दिया गया है.
डॉ. यादव ने कहा कि ड्रेन में गंदगी और पॉलिथीन की समस्या गंभीर है और निगम अगले 7 दिनों में ड्रेन की सफाई शुरू कर देगा. यह स्थानीय निवासियों के लिए राहत की खबर है, जो लंबे समय से इस समस्या से जूझ रहे हैं.
इनपुट: राकेश भयाना