Haryana Police: हरियाणा में एक ओर पाकिस्तान की जासूसी मामले में एक के बाद एक गिरफ्तारी हो रही है. वहीं दूसरी ओर प्रदेश के कई जिलों में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों- रोहिंग्याओं को खोज निकालने का अभियान शुरू हो गया है. इस क्रम में पुलिस ने रोहतक के कलानौर से 29 बांग्लादेशियों को पकड़ा है. इनमें 8 बच्चे शामिल हैं. सभी खरकिया ईंट भट्ठे पर काम कर रहे थे.
डॉक्यूमेंट की जांच के दौरान उन्हें पकड़ा गया. पूछताछ में एक बांग्लादेशी ने बताया कि वह 22 साल से अवैध रूप से रह रहे हैं. ठेकेदार ने बॉर्डर पार कराने के लिए 25 हजार रुपये लिए थे. भारत में मजदूरी का काम मिल जाता है, इसलिए वह पैसा कमाने आ गए थे. ईंट भट्ठों पर ठेकेदारों ने बांग्लादेशियों के आधार कार्ड बनवा दिए थे. पूछताछ के दौरान पता चला कि करीब 5 से 10 लोगों को एक साथ बॉर्डर क्रॉसिंग कराया जाता है. सभी ने पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया. सभी एजेंट मोटा मुनाफा के लालच में लोगों को भारत भेज रहे हैं.
हरियाणा-पंजाब सहित अनेकों राज्य में हजारों बांग्लादेशी घुस आए हैं. अनुमान के मुताबिक करीबन 25 से 30 हजार बांग्लादेशी हरियाणा के भट्ठों और होटल्स में रह रहे हैं. कलानौर थाना प्रभारी सतपाल ने बताया कि फिलहाल 29 लोगों को रोहतक सिविल लाइन में भेजा जाएगा. इसके बाद इन्हें वापस अपने देश भेजा जाएगा.
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भिवानी में 9 रोहिंग्या पकड़े
देश में घुसपैठियों का पता लगाने के लिए भिवानी पुलिस और सीआईडी पिछले चार दिनों से सर्च अभियान चला रही है. मंगलवार सुबह भी अभियान चला. पुलिस संदिग्ध लोगों की गहनता से जांच कर रही है. अभी तक कोई भी बांग्लादेशी नहीं पकड़ा गया है. भिवानी SHO सत्यनारायण ने बताया कि 9 रोहिंग्या प्रवासियों को पकड़ा गया. हालांकि बाद में हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ दिया गया. थाना प्रभारी सत्यनारायण ने कहा कि तकनीकी खराबी के चलते हिरासत में लिए गए लोगों के दस्तावेज मैच नहीं हो पाए थे. हालांकि उनमें कोई खामी नहीं मिली.
झज्जर में 174 बांग्लादेशी खोजे गए
पुलिस कमिश्नर डॉ राजश्री सिंह ने बताया है कि पुलिस द्वारा जिले में सर्च अभियान चला रही है. घरों, फैक्ट्रियों व कारखानों में काम करने व वाले मजदूरों और नौकरों का रिकॉर्ड जांचा जा रहा है. अब तक 174 बांग्लादेशी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. पुलिस आयुक्त ने कहा बाल श्रम व बंधुआ मजदूरी अपराध है. 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से मजदूरी करवाना लेबर एक्ट के तहत दंडनीय अपराध है.
पुलिस कमिश्नर ने अपील की कि अपने आसपास काम करने वाले और किराये के मकान में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवा लें. क्योंकि हो सकता है कि उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड हो. कमिश्नर ने कहा कि अगर भविष्य में कोई व्यक्ति ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
इनपुट: राज टाकिया/नवीन शर्मा/सुमित