Jhajjar News: बेरी पुलिस ने गौ रक्षा दल के 8 लोगों पर संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिन्होंने 2 गाड़ियों का पीछा किया था, जो गायों से भरी हुई थीं. इन पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस से बचने के लिए इन गाड़ियों का पीछा किया और रास्ते में फायरिंग भी की. हालांकि फायरिंग करने वाले की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. वहीं इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया, क्योंकि जिन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है वे गैर जमानती हैं.
आरोपियों को भेजा गया न्यायिक हिरासत में
सूत्रों के अनुसार बीती रात 2 गाड़ियों में करीब ढाई दर्जन गायों को भरकर ठूसा जा रहा था, जो मेवाती इलाके से आ रहे थे. इन गाड़ियों का पीछा गुरुग्राम के गौ रक्षा दल के सदस्यों ने किया, जो भिवानी से निकलकर इन गाड़ियों के पीछे थे. रास्ते में दोनों पक्षों के बीच फायरिंग हुई और गौ रक्षा दल के सदस्य थाने तक पहुंचे. इसके बाद गौ रक्षा दल के सदस्य पुलिस थाने में तकरार करने लगे. यहां उन्होंने गाड़ी के ड्राइवरों से मारपीट भी की. पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को हिरासत में लिया है. बाद में उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. जांच के बाद उन पर अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. इसमें गैर जमानती धाराएं शामिल हैं. इन सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
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इस घटना के बाद से गौ रक्षा दल के दूसरे सदस्य और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी भारी संख्या में बेरी थाने पहुंचे और पुलिस की कार्यवाही का विरोध किया. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि यह लोग केवल गायों की रक्षा कर रहे थे. उन्हें अपराधी के रूप में पेश किया जा रहा है. उनका कहना था कि यदि गौ तस्कर गायों को काटने के लिए ले जा रहे थे तो यह गौ रक्षा दल का कर्तव्य था कि वे इसका विरोध करें. विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने मांग की है कि इस मामले में पुलिस अधिकारियों और सरकार के उच्चाधिकारियों को हस्तक्षेप करना चाहिए. ताकि गायों को बचाने की कोशिश करने वाले गौ रक्षा दल के सदस्यों को सजा न मिले. उनका यह भी कहना था कि गौ रक्षा दल के लोग कोई अपराधी नहीं हैं बल्कि वे अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन कर रहे थे.
Input- Sumit Tharan