Haryana News: दो राज्यों में खींचतान की खबर तो अक्सर देखी और पढ़ी जाती है, लेकिन अगर इसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़े तो. ऐसा ही एक मामला राजस्थान से सामने आया है, जब नोहर में आईटीओ ने भीषण गर्मी में बीच रास्ते 45 यात्रियों को उतारकर हिसार डिपो की बस जब्त कर ली.
दरअसल 8 साल से हिसार-सूरतगढ़ रूट पर रोडवेज बस चलाई जा रही है. इसके टाइम टेबल के बारे में बीकानेर RTO को पत्र लिखा गया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बावजूद दोनों राज्यों के जनरल मैनेजर्स (GM) के बीच मौखिक सहमति से बस संचालन हो रहा था. जिसकी जानकारी RTO के पास नहीं थी. बुधवार को हिसार डिपो की बस सूरतगढ़ से लौट रही थी. इस दौरान नोहर में RTO ने डॉक्यूमेंट चेक करने के लिए बस को रुकवाया. फिर कागजात सही न पाए जाने पर बस में बैठे 45 लोगों को उतार दिया और गाड़ी को जब्त कर लिया. ड्राइवर से सूचना मिलने के बाद हरियाणा डिपो ने वॉट्सऐप पर जरूरी डॉक्यूमेंट भेजे, लेकिन RTO ने एक न सुनी.
अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
हिसार के ड्यूटी इंचार्ज (DI) सुरेंद्र ने बताया है कि यह बस पिछले 8 साल से हिसार-सूरतगढ़ रूट पर चल रही है. यह बस हिसार से सुबह 8 बजे चलकर नोहर के रास्ते सूरतगढ़ जाती है. लौटते समय यह 3.30 बजे नोहर से गुजरती है. बुधवार को भी वह टाइम पर ही चल रही थी. आरटीओ का लेटर न आने से बस जब्त की गई, जिसको छुड़ा लिया जाएगा. हिसार में रोडवेज के जीएम डॉ मंगल ने कहा उन्होंने इस मामले में अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है.
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इससे पहले भी हरियाणा और राजस्थान के बीच हो चुकी है खींचतान
हरियाणा रोडवेज के बीच में बसों के रूट और टाइम टेबल को लेकर पहले भी मतभेद हो चुके हैं. करीब 6 महिने पहले राजस्थान रोडवेज की बस में टिकट को लेकर कंडक्टर की हरियाणा की महिला पुलिस कर्मी से बहस हो गई थी. विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि उसके बाद हरियाणा पुलिस ने 3 दिनों में राजस्थान रोडवेज की करीब 90 बसों के चालान काट दिए थे. इधर जयपुर में भी हरियाणा रोडवेज की 26 बसों का चालान कर दिया गया था, जिससे बस यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था.