Haryana News: हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी एक बार फिर से हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं उनकी 32 सूत्रीय मांगों में इलैक्ट्रिक बसों को रोकने, रोडवेज बेड़े में 10 हजार साधारण बसें शामिल करने, निजी बसों को परमिट देने और कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की मांगें शामिल हैं. यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो वे बड़ा आंदोलन करने का अल्टीमेटम दे चुके हैं.
दादरी बस स्टैंड पर कर्मचारियों ने सांकेतिक भूख हड़ताल के दौरान रोष प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने सरकार से सीधा संवाद किया और अपनी मांगों को पूरा करने की अपील की. कर्मचारियों ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे चक्का जाम करने का निर्णय ले सकते हैं. इस हड़ताल का नेतृत्व एसकेएस प्रधान कृष्ण ऊण ने किया. उनके साथ हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य नरेंद्र दिनोद और रणबीर गहलौत भी शामिल थे. इन नेताओं ने दो दिवसीय हड़ताल का समापन किया और आगामी रणनीति पर चर्चा की.
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कर्मचारियों ने बार-बार आला अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं, लेकिन उनकी मांगों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इस स्थिति के कारण कर्मचारियों में गुस्सा बढ़ रहा है. कर्मचारी नेता नरेंद्र दिनोद ने कहा कि वे किसी भी सूरत में अपने अधिकारों के साथ समझौता नहीं करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि 8 जून को परिवहन मंत्री के निवास का घेराव करने का निर्णय लिया गया है. इसी दिन रोडवेज साझा मोर्चा की कार्यकारिणी मीटिंग भी होगी, जिसमें बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी.
कर्मचारी एकजुट हैं और अपनी मांगों को लेकर दृढ़ हैं. यदि आवश्यक हुआ, तो वे फिर से रोडवेज बसों का चक्का जाम करने का निर्णय ले सकते हैं. यह आंदोलन इस बार आर-पार का होगा, जिसमें कर्मचारियों की एकजुटता और दृढ़ता देखने को मिलेगी.