Haryana News: हरियाणा में शुक्रवार को पुरानी पेंशन बहाल समिति द्वारा NPS और UPS के विरोध में रोष प्रदर्शन किया गया. इसका असर रेवाड़ी में देखने को मिला. रेवाड़ी में सभी सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों ने ब्लैक रिबन और काली ड्रेस पहनकर एनपीएस व यूपीएस का विरोध जताया. साथ ही सीटीएम को मुख्यमंत्री का नाम ज्ञापन सौंपा. इस रोष प्रदर्शन का प्रतिनिधित्व पेंशन बहाली संघर्ष समिति के रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ के जिला प्रभारी डॉ अरविंद यादव ने किया.
डॉ अरविंद यादव ने बताया कि राज्य प्रधान विजेंद्र धारीवाल के आह्वान पर पीबीएसएस एवं एनएमओपीएस के बैनर तले प्रदेश के सभी सरकारी कर्मचारी व अधिकारी ने ब्लैक रिबन और काली ड्रेस पहनकर एनपीएस व यूपीएस का विरोध जताया है. सभी कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय पर इक्ट्ठा होकर रोष प्रदर्शन किया और डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है. डॉ अरविंद यादव ने बताया कि सरकार ने NPS और UPS में से एक को चुनने का ऑप्शन दिया है, मगर हरियाणा में सरकारी कर्मचारी सिर्फ पुरानी पेंशन स्कीम चाहते हैं.
आज इतनी बड़ी संख्या में रोष प्रदर्शन कर कर्मचारियों ने सरकार को चेताने का काम किया है. अगर सरकार मनमानी करती है तो पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा को बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सामाजिक, आर्थिक सुरक्षा देना सरकार का कर्तव्य है. इस अवसर में PBSS के जिला प्रधान राजवीर यादव ने NPS और UPS के अंतर को बताते हुए कहा कि UPS के जाल में सरकार कर्मचारियों को उलझाना चाहती, जबकी पेंशन बहाली संघर्ष समिति की पहले दिन से एक ही मांग है कि पुरानी पेंशन बहाल की जाए.
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क्या है NPS? (नई पेंशन स्किम)
एक निश्चित अंशदान पेंशन प्रणाली, जिसमें कर्मचारी और सरकार (सरकारी कर्मचारियों के मामले में) एक पेंशन खाते में योगदान करते हैं.
रिटर्न बाजार से जुड़े होते हैं, यानी निवेश के प्रदर्शन के आधार पर उनमें उतार-चढ़ाव होता रहता है.
कर्मचारियों को लचीलापन और पोर्टेबिलिटी प्रदान करता है.
क्या है UPS? (एकीकृत पेंशन स्किम)
एनपीएस ढांचे के भीतर एक विकल्प, जो सेवानिवृत्ति पर एक सुनिश्चित भुगतान प्रदान करता है.
एनपीएस के बाजार-आधारित रिटर्न के अलावा एक सुनिश्चित पेंशन घटक प्रदान करने के लिए इसे शुरू किया गया है.
कर्मचारी यूपीएस का विकल्प चुन सकते हैं और फिर भी अपने मौजूदा एनपीएस खातों को बनाए रख सकते हैं.
यूपीएस के तहत कर्मचारियों के लिए अंशदान दर आमतौर पर मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 10% होती है.
वित्तीय सेवा विभाग के अनुसार, सेवानिवृत्ति पर, कर्मचारी सुनिश्चित भुगतान प्राप्त करने के लिए अपने व्यक्तिगत एनपीएस खाते से इकाइयों को एक बेंचमार्क कॉर्पस में स्थानांतरित कर सकते हैं.
एनपीएस और यूपीएस के बीच अंतर
एनपीएस लचीलेपन के साथ बाजार-आधारित रिटर्न प्रदान करता है, जबकि यूपीएस बाजार-आधारित घटक के अतिरिक्त एक सुनिश्चित भुगतान प्रदान करता है.
एनपीएस निजी क्षेत्र और स्व-नियोजित व्यक्तियों समेत, कर्मचारियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए उपयुक्त है.
यूपीएस विशेष रूप से एनपीएस ढांचे के अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों के लिए डिजाइन किया गया है.
Input: Naveen
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