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Quiz Q&A: हरियाणा के किस जिले में स्थित है चोरों की बावली?

GK Question And Answer: आजकल प्रतियोगी परीक्षा में हर तरह के सावल आते हैं. यही कारण है कि छात्र किताबी ज्ञान से ज्यादा देश-दुनिया में घट रही चीजों पर अधिक ध्यान देते हैं. ऐसे करने से छात्रों को हर क्षेत्र का नॉलेज मिल जाता है.

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Quiz Q&A: हरियाणा के किस जिले में स्थित है चोरों की बावली?
Akanchha Singh|Updated: Jun 08, 2025, 03:34 PM IST
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General Knowledge: प्रतियोगी परीक्षा में सबसे ज्यादा देश-दुनिया में क्या चल रहा है इसपर सवाल आते हैं. इसके लिए क्विज के सावल काफी मददगार साबित हो रहे हैं. क्विज आजकल इंटरनेट भी काफी ट्रेंड कर रहा है. यह विषय से एग्जान से लेकर इंटरव्यू तक में सावल पूछे जाते हैं. यह विषय आपको किसी भी तरह की नौकरी दिलाने में मददगार है. बच्चें अपने जनरल नॉलेज को मजबूत करने के लिए क्विज के माध्यम से सवालों को काफी सर्च करते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं हरियाणा के बारे में. 

सावल1: हरियाणा के किस जिले में स्थित है चोरों की बावड़ी, जहां आज भी छिपा है खजाना?
जवाब: हरियाणा के रोहतक जिले के महम कस्बे में चोरों की बावडली स्थित है. इस बावली को शाहजहां की बावली भी कहा जाता है. इस जगह को लेकर ऐसा कहा जाता है उस समय चोर यहां खजाना लेकर आते थे और छुप जाते थे. ऐसा माना जाता है कि आज भी यहां खजाना छिपा हुआ है. 

सवाल2: हरियाणा में किस खेल को मिट्टी का खेल कहा जाता है?
जवाब: हरियाणा में "मिट्टी का खेल" शब्द का प्रयोग कुश्ती और कबड्डी दोनों के लिए किया जाता है. 

सवाल3: 1857 की क्रांति के समय हरियाणा में कौन-कौन से नेता सक्रिय थे?
जवाब: 1857 की क्रांति के दौरान हरियाणा में कई नेता सक्रिय थे, जिसमें से प्रमुख थे, राव तुलाराम, राजा नाहर सिंह, इमाम अली कलंदर, मोहम्मद अजीम, मौलवी रुकमुद्दीन, बिसारत अली और विरासत अली.

सवाल4: रोहतक में स्थित लाल मस्जिद को प्रसिद्ध व्यापारी हाजी आशिक अली द्वारा कब बनवाया गया था?
जवाब: रोहतक में लाल मस्जिद को प्रसिद्ध व्यापारी हाजी आशिक अली ने 1939 में बनवाया था. 

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सावल5: पानीपत नगर को जिले का दर्जा कब मिला था?
जवाब: हरियाणा का पानीपत को जिले का दर्जा 1 नवंबर 1989 को मिला था. हालांकि 24 जुलाई 1991 को इसे फिर से करनाल जिले में मिला दिया गया था, लेकिन फिर 1 जनवरी 1992 को इसे फिर से एक अलग जिला बना दिया गया.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. ज़ी दिल्ली-एनसीआर इस खबर से संबंधित किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता

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